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सउदी अरब : पिछले साल के मुकाबले दो गुना ज्यादा टूरिस्ट आए : अकवामे मुत्तहदा

 शअबान उल मोअज्जम - 1445 हिजरी

अकवाल-ए-जरीं

'' हजरत अब्दुलाह बिन उमर रदिअल्लाहो ताअला अन्हुमा से रिवायत है कि मैंने रसूल अल्लाह से सुना, आप   फरमाते हैं कि जब तुम्हारा कोई आदमी इंतेकाल कर जाए तो उसे ज्यादा देर तक घर पर मत रखो और उसे कब्र तक पहुंचाने और दफनाने में जल्दी करो ''
- बैहकी शुअबुल ईमान

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Saudi Arabia: Two times more tourists came than last year: Aqwame Muttahada

रियाद : आईएनएस, इंडिया

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (संयुक्त राष्ट्र) की सयाहत (टूरिजम) की तरफ़ से जारी बैरोमीटर रिपोर्ट के मुताबिक़ 2019 के मुक़ाबले में 2023 में सउदी अरब बैन-उल-अक़वामी सय्याहों (टूरिस्ट) की तादाद के एतबार से सारे बड़े मुल्कों को पीछे छोड़कर सरे फेहरिश्त (टाप पर) है। 
    ममलकत में 2019 के मुक़ाबले में 2023 में आने वाले सय्याहों की तादाद में 56 फ़ीसद इज़ाफ़ा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ममलकत ने साल 2019 के मुक़ाबले में साल 2023 के दौरान सय्याहों की आमद की तादाद में 156 फ़ीसद इज़ाफे़ का नया रिकार्ड क़ायम किया है। सयाहत के शोबे में ममलकत की काबिले ज़िक्र कामयाबियों ने मशरिक़ वुसता (मध्य-पूर्व) में सयाहत के शोबे में आलमी बहाली में अहम किरदार अदा किया, क्योंकि ये वाहिद ख़ित्ता (इलाका) है, जिसने कोविड-19 वबाई मर्ज़ से पहले की सतह से आगे तरक़्क़ी हासिल की। 
    2019 के मुक़ाबले में साल 2023 के दौरान मशरिक़ वुसता के खित्ते में बैन-उल-अक़वामी सय्याहों की तादाद में बहाली की शरह (दर) 122 फ़ीसद तक पहुंच गई। 2023 के दौरान ममलकत के मुख़्तलिफ़ सयाहती मुक़ामात (टूरिस्ट स्पाट) पर आने वाले और मुक़ामी ज़ाइरीन की तादाद में नुमायां इज़ाफ़ा देखने में आया। 

तबूक में बादामों के पहाड़ पर हुई बर्फबारी ने मौसम को बनाया हैरतअंगेज

दर्जा हरारत (तापमान) में नुमायां कमी होने से तबूक में जबल (पहाड़ी) अल लूज़ कोहेसार पर इस महीने जुमे की रात दूसरी बार बर्फ़ बारी हुई। शुमाल मग़रिबी (उत्तर पश्चिम) सऊदी अरब में मौजूद पहाड़ की इस चोटी को बादामों का पहाड़ कहा जाता है जो सतह-ए-समुंद्र से तकरीबन तीन हजार मीटर ऊंचा है। पहाड़ी पर हुई बर्फबारी ने मुकामी लोग और जायरीन ने लुत्फ उठाया। 
क़ौमी मर्कज़ बराए मौसमियात ने ममलकत के शुमाली हिस्सों में नम जुनूबी हवाओं की अदम मौजूदगी को ज़्यादा दर्जा हरारत की वजह क़रार दिया। फ़ोटोग्राफ़र मुशीर अलबलावी ने सुर्ख़ पहाड़ों पर बरफ़बारी की चंद शानदार तसावीर खींचने के लिए ड्रोन का इस्तिमाल किया जो उन्होंने मार्शल के नाम से सोशल मीडीया पर पोस्ट  किया। उन्होंने अरब न्यूज़ को बताया कि रात के दौरान तीन बार बर्फबारी हुई। दर्जा हरारत कम रहने की वजह से तुलूअ आफ़ताब तक बर्फ़ गिरती रही।


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