मेले में 1100 से ज़्यादा उदबा (साहित्यकार) व शोरा होंगे शरीक
माअरूफ अदबी इदारा साहित्य अकेडमी ने अपने क़ियाम के 70 साल मुकम्मल होने पर हर साल मनाया जाने वाला 'साहित्य उत्सव इमसाल दुनिया के सबसे बड़े अदबी मेले के तौर पर मनाने का ऐलान किया है। इस अदबी मेले में 1100 से ज़्यादा उदबा (साहित्यकार) व शोरा शरीक होंगे। इसके अलावा मेले में मुल्क की 175 से ज़ाइद ज़बानों को भी नुमाइंदगी दी जाएगी। ये अदबी मेला 11 से 16 मार्च 2024 के बीच रविंद्र भवन काम्प्लेक्स में मनाया जाएगा। ये इत्तिला साहित्य अकेडमी के सेक्रेटरी के श्री निवास राव ने दी। उनहोंने बताया कि इस 'साहित्य उत्सव मैं अदबी पस-मंज़र रखने वाले तीन रियास्तों के गवर्नर केराला के आरिफ़ मुहम्मद ख़ान, छत्तीसगढ़ के विश्व भूषण हरी चंदन और मग़रिबी बंगाल के सीवी आनंद बोस खासतौर पर शरीक होंगे। तक़रीब की मेहमान-ए-खुसूसी ओड़िया की नामवर मुसन्निफ़ा प्रतिभा राय होंगी। इस साल का बावक़ार सालाना लेक्चर मारूफ़ उर्दू अदीब और नग़मा निगार गुलज़ार देंगे।
दुनियाए अदब के इस सबसे बड़े अदबी मेले में 'अदब और सिफ़ारत कारी के मौज़ू पर एक ख़ुसूसी सेमीनार भी मुनाक़िद किया जाएगा। श्रीनिवास राव ने मज़ीद कहा कि अदबी मेले का आग़ाज़ अकेडमी की सालभर की अहम सरगर्मियों की नुमाइश के साथ होगा। साहित्य उत्सव की मर्कज़ी कशिश साहित्य अकेडमी एवार्ड 2023 की पेशकश की तक़रीब होगी। इस मौक़ा पर साहित्य अकेडमी के अहम अरकान को भी एज़ाज़ से नवाज़ा जाएगा। इनके इलावा कसीर लिसानी शायरी और दास्तान गोई, भक्ती अदब, बच्चों का अदब, हिन्दोस्तान का तसव्वुर, मादरी ज़बानों की एहमीयत, आदीवासी शाइरों और मुसन्निफ़ों की कान्फ्रेंस, हिन्दोस्तान में ड्रामा निगारी, मुस्तक़बिल के नावेल, हिन्दोस्तान का सक़ाफ़्ती विरसा, हिन्दुस्तानी ज़बानों में साईंस फ़िक्शन अदब, अख़लाक़ीयात और अदब, हिन्दुस्तानी अदब में सवानिह हयात, अदब और समाजी तहरीकें और बैरून-ए-मुल्क हिन्दुस्तानी अदब जैसे मौज़ूआत पर मुबाहिसे और सिंपोज़ियम होंगे।
इस छः रोज़ा अदबी मेले में हिन्दी और मुख़्तलिफ़ हिन्दुस्तानी ज़बानों के चंद अहम अदीब और स्कालर शिरकत कर रहे हैं इनमें एसएल भीरपा, चन्द्र शेखर कामबर, पाल ज़कारिया, आबिद सूरती, के सच्चिदानंद, चित्रा मुद्गल, म़दुला गर्ग, एचएस शिव प्रकाश, सचिन केतकर, नमीता गोखले, वाई डी थोंगची, माला श्रीलाल, कपिल कपूर, अरून्धति सुब्रामणियम, रख़्शंदा जलील, राना नायर, वर्षा दास, अरूण खोपकर, शीन क़ाफ़ निज़ाम वग़ैरा जैसे नाम शामिल हैं। इनके अलावा हिन्दुस्तानी ज़बानों के ग़ैर मुल्की स्कालरज़ भी मेले में शिरकत करेंगे। इनमें कई ममालिक के सफ़ीर भी शामिल हैं। इस छः रोज़ा अदबी मेले में बड़ी तादाद में लोगों की शिरकत की तवक़्क़ो की जा रही है।