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मंहगे जूते चुराने वाला शख्स बीस साल बाद आया पकड़ में, अब एक साल रहेगा जेल में

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मंहगे जूते चुराने वाला शख्स बीस साल बाद आया पकड़ में, अब एक साल रहेगा जेल में

न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया

अमरीका में एक फ़िल्म में इस्तिमाल होने वाले मशहूर मॉडल के महंगे जूते चोरी करने वाले शख़्स को बीस साल बाद गिरफ़्तार कर एक साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई है। 
    अमरीकी फ़िल्म दी विज़र्ड आफ़ औज़ में अदाकारी करने वाली जोडी गारलैंड के पहने हुए मशहूर सुर्ख़ जूते उन्नीस साल कब्ल 2005 में उनके घर से चोरी हो गए थे। जूतों की चोरी करने वाला शख्स टेरी मार्टिन बीस साल बाद पुलिस की पकड़ में आया जिसे अदालत ने एक साल कैद की सजा सुनाई है। वो कुछ अर्से की सज़ा काट चुका है। खबर के मुताबिक़ 76 साला मार्टिन ख़राबी सेहत की वजह से पेरोल पर रहेगा। उसका ज्यादातर वक्त हस्पताल में ईलाज मुआलिजे में गुजरेगा। 
    सुर्ख़-रंग जूतों पर क़ीमती हीरे जड़े हुए हैं जो 2005 में गार लैंड म्यूज़ीयम से अचानक ग़ायब हो गए थे। मार्टिन ने कहा कि उसने ये सोच कर जूते चुराए थे कि उनमें असली याक़ूत जड़े हुए हैं। वह उन्हें ब्लैक मार्केट में बेचने की कोशिश कर चुका था। कई साल गुज़रने के बाद जूतों की पतासाजी के लिए उसके ईनाम की रकम काफी बढ़ा दी गई थी। जूतों में दिलचस्पी रखने वाली एक पार्टी ने उसके लिए 1 मिलियन डालर की पेशकश की थी। नॉर्थ डकोटा के इस्तिग़ासा ने फ़िलहाल उसकी क़ीमत तक़रीबन 3.5 मिलियन डालर बताई है। 
    महिकमा इन्साफ़ ने कहा कि सुर्ख़ जूता अमरीकी सिनेमा की तारीख़ में सबसे मशहूर लवाज़मात (वस्तु) में से एक है। 

आधी सदी जेल में गुजारने के बाद साबित हुई बेगुनाही

न्यूयार्क :  एक अमरीकी अदालत ने 48 बरस की क़ैद के बाद एक शख़्स को कत्ल के इल्ज़ाम से बुरी करते हुए रिहाई का हुक्म दिया। अमरीका में ये ग़लत तौर पर दी जाने वाली सज़ा में अब तक की तवील तरीन सजा है। अमरीकी रियासत ओकलाहोमा के एक जज ने एक ऐसे शख़्स को रिहा करने का हुक्म दिया, जो सन 1974 में होने वाले एक कत्ल के इल्ज़ाम में तक़रीबन आधी सदी से जेल में क़ैद थे। सत्तर साला मुल्ज़िम को जुलाई में उस वक़्त रिहा कर दिया गया था, जब एक जज ने उस मुक़द्दमे की अज़ सर-ए-नौ समाअत का हुक्म दिया था। लेकिन बाद में डिस्ट्रिक्ट के एक अटार्नी ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ मुक़द्दमा चलाने के काफ़ी सबूत नहीं हैं। उसके बाद ओकलाहोमा काओनटी डिस्ट्रिक्ट की जज ने अपने एक हुक्म में मुल्जिम को बेक़सूर क़रार दे दिया। उन्होंने अपने फ़ैसले में कहा कि इस अदालत को वाजेह और पुख़्ता शवाहिद से पता चला है कि मुल्जिम को जिस जुर्म के लिए क़सूरवार ठहराया गया, सज़ा सुनाई गई, उसका इर्तिकाब तो उन्होंने किया ही नहीं था। मुल्जिम ओकलाहोमा सिटी के इलाक़े में शराब की एक दुकान पर होने वाली डकैती के दौरान एक शख़्स के कत्ल के इल्ज़ाम में 48 बरस एक माह और 18 दिन क़ैद की सज़ा काटी है। 


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