✒ तेहरान : आईएनएस, इंडिया ईरान में एक सोलह साला लड़की की हिजाब कानून की खिलाफवरजी पर मुबय्यना (कथित) तौर पर तेहरान मेट्रो के अहलकारों की जानिब से उसकी पिटाई का मामला सामने आया है जिससे वो कोमा में चली गई। उसे अस्पताल दाखिल करवाया गया है।
इन्सानी हुकूक के दो मारूफ कारकुनों ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि अस्पताल में लड़की की हालत तशवीशनाक (चिंताजनक) है। गौरतलब है कि गुजिश्ता साल पुलिस की हिरासत में कोमा की हालत में महसा की मौत ने मुल्कभर में कई माह तक जारी रहने वाले मुजाहिरों को जन्म दिया था जिसमें सैंकड़ों अफराद हलाक हुए, हजारों को गिरफ़्तार कर जेल भेजा गया और कई को फांसी दी गईं। हुक्काम ने इन्सानी हुकूक के ग्रुप्स के उन दावों को मुस्तर्द कर दिया है कि इतवार के रोज इस्लामी ड्रÑेस कोड नाफिज करने वाले अफिसरों की मारपीट के बाद वह कोमा में चली गई थी।
इन्सानी हुकूक के ईरानी कुर्द ग्रुप ने तेहरान के एक अस्पताल में बेहोशी की हालत में उसकी एक तस्वीर पोस्ट की है जहां उसे दाखिल करवाया गया था। ईरान की वजारत-ए-दाखिला ने वाकिये के बारे में किसी तबसरे की एक दरखास्त का फौरी तौर पर कोई जवाब नहीं दिया।
`ईरान में एक सर गर्म कारकुन ने बताया कि हम उसके मुआमले पर गहिरी नजर रखे हुए हैं। लड़की अस्पताल के इंतिहाई निगहदाशत यूनिट में है और उसकी हालत नाजुक है। उसके रिश्तेदारों ने कहा है कि अस्पताल में सादा लिबास में नामालूम लोगों की एक भारी तादाद मौजूद है। एक दूसरे सर गर्म कारकुन ने कहा कि सिक्योरिटी फोर्सिज ने उसके वालदैन को सोशल मीडीया पर अपनी बेटी की तस्वीर पोस्ट करने या इन्सानी हुकूक के ग्रुपस से बात करने से मना कर दिया है। सर-गर्म कारकुनों ने ये बात मुआमले की हसासीयत के बाइस अपना नाम जाहिर ना करने की शर्त पर बताई। सोशल मीडिया पर शेयर की गई सीसीटीवी फूटेज में दिखाया गया कि वह लड़की लाजिÞमी हिजाब के बगैर दो सहेलीयों के साथ मेट्रो प्लेटफार्म से ट्रेन की तरफ बढ़ रही है। केबिन में दाखिल होने के बाद देखा गया कि उनमें से एक लड़की पीछे की तरफ हटते हुए जमीन की तरफ झुकती है उससे पहले केबिन के मुसाफिर एक दूसरी लड़की को बे-होशी की हालत में उठाते हैं।
तेहरान मेट्रो आॅप्रेटिंग कंपनी के सरबराह मसऊद ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सीसीटीवी फूटेज में मुसाफिरों या कंपनी के मुलाजमीन के दरमयान किसी भी किस्म की जबानी या हाथापाई नहीं दिखाई गई। ईरानी मीडीया के मुताबिक, एक ईरानी सहाफी खातून को पीर के रोज उस वक़्त मुख़्तसर वक़्त के लिए गिरफ़्तार कर लिया गया, जब वो उसका हाल मालूम करने के लिए अस्पताल गई थी। ईरान में कायम इन्सानी हुकूक के ग्रुप ने सोशल मीडीया पर कहा कि ईरानी सिक्योरिटी के इदारों ने कहा है कि उसकी वो हालत ब्लड प्रैशर कम होने की वजह से हुई।
सरकारी न्यूज एजेंसी पर पोस्ट एक वीडीयो में उसके वालदैन ने कहा कि उनकी बेटी लो ब्लड प्रेशर का शिकार हो कर अपना तवाजुन खो जाने पर गिर पड़ी और उसके सर पर चोट लग गई। उसकी वालिदा ने कहा कि, मेरा ख़्याल है कि मेरी बेटी का ब्लड प्रेशर गिर गया था। मैं इस बारे में यकीन से कुछ नहीं कह सकती। मेरा ख़्याल है कि उन्होंने कहा था कि उसका ब्लड प्रेशर ड्राप हो गया था। लेकिन वालिदा ने मजीद कहा कि तनाजा खड़ा करने का कोई फायदा नहीं। इन्सानी हुकूक के ग्रुप ने सोशल मीडीया पर ये दावा करते हुए कि उसके वालदैन ने ये बयान दबाव के तहत दिया था, हुक्काम से मुतालिबा किया है कि वो केबिन के अंदर की फूटेज जारी करे।