✒ मुंबई : आईएनएस, इंडिया
वजीर-ए-आला एकनाथ शिंदे की कयादत वाली महाराष्ट्र हुकूमत ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद जिलों के नामों को बिलतर्तीब छत्रपति संभाजी नगर और धारा शिव करने के बारे में नोटीफिकेशन जारी किया है। महिकमा रेवेन्यू की जानिब से जुमा की शब जारी नोटीफिकेशन में कहा गया है कि चंद माह कबल तलब की गई तजावीज और एतराजात पर गौर किया गया है और सब डिवीजन, गांव, ताल्लुका और जिला सतह पर नाम तबदील करने का फैसला लिया गया है।औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नामों को तबदील करने का फैसला पिछली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) हुकूमत की आखिरी काबीना मीटिंग में लिया गया था। मीटिंग की सदारत उस वक़्त के वजीर-ए-आला उद्धव ठाकरे ने 29 जून 2022 को इस्तीफा देने से ठीक पहले की थी, ताहम वजीर-ए-आला शिंदे और नायब वजीर-ए-आला देवेंद्र फड़नवीस, जिन्होंने एक दिन बाद हलफ लिया, कहा था कि ठाकरे हुकूमत का उन जिलों के नाम तबदील करने का फैसला गै़रकानूनी था, क्योंकि गवर्नर ने उन्हें रियास्ती असेंबली में अक्सरीयत साबित करने के लिए कहा था, उसके बाद जिस पर उन्होंने ये फैसला किया था। शिंदे की कयादत वाली काबीना ने गुजश्ता साल जुलाई में औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नामों को बिलतर्तीब छत्रपति संभाजी नगर और धारा शिव करने की तजवीज को मंजूरी दी थी। एमवीए हुकूमत की आखिरी काबीना मीटिंग में औरंगाबाद का नाम बदल कर संभाजी नगर कर दिया गया था।