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स्वीडन में फिर हुई कुरआन की बे-हुरमती, हंगामे के इल्जाम में 12 अफराद हिरासत में

                                                                                                              22 सफर उल मुजफ्फर 1445 हिजरी
                                                                                                                       सनीचर, 9 सितंबर, 2023
अकवाले जरीं
‘बुजुग मुसलमान का एहतेराम करना, अल्लाह की ताअजीम का हिस्सा है।’
- अबु दाऊद शरीफ 

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✒ लंदन : आईएनएस, इंडिया 

योरपी मुल्क स्वीडन में मुकद्दस किताब कुरआन को नजर-ए-आतिश करने का वाकिया एक-बार फिर पेश आया है। मामले के खिलाफ एहतिजाज के दौरान हंगामा-आराई पर पुलिस ने 12 अफराद को हिरासत में लिया है जिनमें दो लोगों को बाकायदा गिरफ़्तार कर लिया गया है। 
Quran desecrated again in Sweden, 12 people detained on charges of rioting
    पुलिस ने गिरफ़्तार अफराद के हवाले से शक जाहिर किया है कि वो हंगामा-आराई में मुलव्वस थे। जेर-ए-हिरासत अफराद पर अमन में खलल डालने का इल्जाम आइद किया गया है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक इतवार को एहतिजाज जुनूबी (दक्षिण) शहर मालमू के एक चौराहे पर किया गया। मालमू शहर में तारकीन-ए-वतन (अप्रवासी) की एक बड़ी आबादी मुकीम है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्टस के मुताबिक इस मुकाम पर लगभग 200 अफराद मौजूद थे। वाजेह रहे कि इराक से ताल्लुक रखने वाले एक पनाह गजीन सलवान मोमीका ने सोशल मीडीया पर मालमू शहर के इस  चौराहे पर कुरआन नजर-ए-आतिश करने का ऐलान किया था। सलवान मोमीका इससे कब्ल भी इसी तरह के इकदामात कर चुका है। उसके हाथों कुरआन की बे-हुरमती के वाकियात ने मुस्लिम ममालिक में गम-ओ-गुस्से को जन्म दिया था। 
    मुतअद्दिद मुस्लिम अक्सरीयती ममालिक में स्वीडन के सुफरा (राजदूतों) को तलब करके मुकद्दस किताब की बे-हुरमती के खिलाफ एहतिजाज किया था। रिपोर्टस के मुताबिक इतवार को मालमू शहर में इस चौराहे पर मौजूद कुछ अफराद ने सलवान मोमीका पर पथराव किया। सोशल मीडीया पर मौजूद एक वीडीयो में देखा जा सकता है कि एक शख़्स ने मोमीका को उस मुकाम से ले जाने वाली पुलिस की गाड़ी को भी रोकने की कोशिश की। 
    स्वीडन की हुकूमत ने कुरआन की बे-हुरमती की मुजम्मत (निंदा) की है लेकिन साथ ही मुल्की आईन के मुताबिक आजादी राय और इजतिमा के हुकूक के तहफ़्फुज का दिफा भी किया है। अगस्त के बीच में स्वीडन के खुफ़ीया इदारों ने दहश्तगर्दी के इंतिबाह (चेतावनी) की सतह को बढ़ा कर पाँच में से चार कर दिया था। खुफ़ीया इदारों के मुताबिक स्वीडन को अब दहश्तगर्द हमलों के लिए जायज हदफ समझे जाने से आगे एक तरजीही हदफ के तौर पर देखा जा रहा है। स्वीडन ने गुजिश्ता माह अगस्त के शुरुआत में सरहदी कंट्रोल बढ़ाने का भी फैसला किया था। दूसरी जानिब एक और योरपी और स्वीडन के पड़ोसी मुल्क डेनमार्क इंदीया (चेतावनी) दे चुका है कि वो कुरआन जलाने पर पाबंदी लगाने का इरादा रखता है। स्वीडन ने भी मखसूस हालात में तहरीरों को जलाने से मुताल्लिक मुजाहिरों को रोकने के कानूनी जराइआ तलाश करने का अजम जाहिर किया है। 


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