✒ नई तहरीक : दुर्ग उस्तादुश्शोरा हाजी मरहूम बदरूल कुरैशी ‘बद्र’ की छठवीं बरसी पर एक अदबी नशिस्त व काव्य गोष्ठी मुनाकिद की गई। को-आर्डिनेटर आलोक नारंग थे। सदारत हाजी रौनक जमाल ने की। कैलाश बरमेचा, हाजी रियाज खान गौहर, शायर बद्र की बेटी नसरीन बानो बद्र और केलाबाड़ी के पार्षद मोहम्मद हमीद खोखर मेहमाने खुसूसी के तौर पर मौजूद थे। निजामत नवेद रजा दुर्गवी ने की।
नशिस्त में शायर व कवियों ने हम्द शरीफ, नाते पाक, गजल, कविता व गीत पेश किए। खास तौर पर डा. संजय दानी, शुचि भवि:, बीना सिंह रागी, डा. नौशाद सिद्दीकी, हाजी ताहिर निजाम, घनश्याम सोनी, रामबरण कोरी कशिश, शरद कोकास, मुमताज, ओम वीर कर्ण, नरेन्द्र देवांगन, बीएल त्रिपाठी, अंजू त्रिपाठी, पीबी सक्सेना, मोहम्मद गुलाब चौहान, एसबी सिंह और रशीदा सहित दीगर काव्य रत्नों ने भाग लिया। सभी ने अपने कलाम पेश करने के अलावा अलावा उस्ताद शायर बदरुल कुरैशी बद्र के शख्सियत व तख्लीकी सलाहियत (कृतित्व) पर अपनी बात रखी।