7 जीअकादा 1444 हिजरी
इतवार, 28 मई, 2023
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हासम अली : अजमेर शरीफ
मंसूरी समाज ने मआशरे की इस्लाह की जानिब कई फैसले लिए हैं। मंसूरी हाजरा जमात के सदर हाजी सलामुद्दीन मंसूरी की सदारत में अजमेर के मंसूरी समाज की मस्जिद मंसूरियान में मुनाकिद मीटिंग में अजमेर के मंसूरी समाज ने आपसी रजामंदी से मआशरे की इस्लाह के लिए आम राय से लिए गए फेसलों पर मुहर लगाई।
इस सिलसिले में सोशल वर्कर रियाज अहमद मंसूरी ने प्रेस कान्फें्रस से खिताब करते हुए कहा कि अजमेर के मंसूरी समाज ने समाज में राईज फिजूल खर्ची पर रोक लगाते हुए मआशरे की फलाह व बहबूद के लिए शादी-ब्याह के अलावा मय्यत के मौकों (दसवां, बीसवां, चालीसवां वगैरह) पर दी जानी वाली दावतों पर रोक लगा दी है।
इसी तरह शादी ब्याह के मौके पर भी दी जाने वाली दावतों पर लाखों रुपए खर्च किया जाता है। इस पर भी रोक लगाने का फैसला लिया गया। साथ ही इस रकम को मआशरे के बच्चों की ताअलीम व रोजगार पर खर्च करने का फैसला लिया गया। ताकि मआशरे के बच्चे बेहतर ताअलीम हासिल कर सकें और खुद मुख्तार हो सकें। इसका सीध असर मआशरे पर पड़ेगा। इस दौरान समाजी कामों में तआवुन करने के लिए 11 लोगों की एक कमेटी बनाई गई है जो मआशरे की बेहतरी के लिए हर मुमकिन काम करेगी। इसकी शुरुआत फिलहाल अजमेर शरीफ से की जा रही है। मुस्तकबिल में इसे मुल्कभर में राईज किया जाएगा।
मीटिंग में हाजी अजीज मंसूरी सेद, हाजी ताजुद्दीन मंसूरी फानन, हाजी चांद मोहम्मद मंसूरी टांक, हाजी रमजान मंसूरी बालोत, हाजी अली बाबा मंसूरी, हाजी वहाब मंसूरी, हाजी सलामुद्दीन लाहोरी, हाजी रियाज अहमद मंसूरी, हाजी शेर मोहम्मद मंसूरी टांक, रमजान मंसूरी सेद, सब्बीर मंसूरी सेद, सिद्दीक मंसूरी मंगवा, अलादीन मंसूरी सेद, इमाम मंसूरी चांदेड, बसरूद्दीन मंसूरी फानन, शब्बीर मंसूरी लाहोरी, रईस मंसूरी लाहोरी, जाकिर मंसूरी सेद, सलामुद्दीन मंसूरी लाहोरी, मुस्तकिम मंसूरी खत्री, पप्पू मंसूरी सोलंकी, उमर मंसूरी बेलीम, अनवर मंसूरी सोलंकी, शकूर मंसूरी सोलंकी, इमरान मंसूरी लाहोरी, रफीक मंसूरी, वसीम मंसूरी, सलीम मंसूरी, निजाम मंसूरी, उस्मान मंसूरी, इमामुद्दीन मंसूरी, सानू मंसूरी बेलीम और हाशिम अली पंवार समेत बड़ी तादाद में मआशरे के मोअज्जिज हजरात शरीक थे।