19 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
मंगल, 11 अपै्रल, 2023
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जयपुर : आईएनएस, इंडिया 3 साल बाद राजिस्थान से डाक्टरों का एक पैनल जून-जुलाई में होने वाले सफर हज के लिए दिल्ली भेजा गया है। साल 2019 से पहले भी कई सालों तक राजिस्थान के डाक्टरों का इंतिखाब नहीं हो सका था। इस बार राजस्थान से 30 अफराद की टीम जाएगी जिसमें 11 डाक्टर हैं। टीम में डेंटिस्ट और खातून डाक्टर भी शामिल हैं। पिछले साल राजिस्थान से एक भी डाक्टर को सफर हज के लिए मुंतखब नहीं किया गया था, इससे पहले 2 साल तक कोविड में सफर हज नहीं हुआ था।
मर्कजी हुकूमत ने रियास्तों, मर्कज के जेर-ए-इंतिजाम इलाकों और मेडीकल कॉलिजों को हिदायत की थी कि वो आजमीन-ए-हज्ज की सेहत की निगरानी के लिए सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले मर्द और खवातीन मुस्लिम डाक्टरों, दंदानसाजों और पैरा मैडीकल्स को तायनात करें। राजिस्थान एक बड़ी रियासत है, इसलिए यहां से डाक्टरों की तादाद तीन बार तबदील की गई। 10 और 20 के दरमयान। आखिर में 11 का एक पैनल भेजा गया। उनकी डेपोटेशन की मुद्दत मई से अगस्त 2023 तक होगी। डाक्टर रवी प्रकाश माथुर, डायरेक्टर (पब्लिक हैल्थ) ने कहा कि हमने 11 डाक्टरों का एक पैनल मर्कज को भेजा है। उनके अलावा नर्सिंग स्टाफ का पैनल भी गया है। इससे मुसाफिरों को चैक करने में आसानी होगी। वाजेह हो कि इस साल हज के लिए हिन्दोस्तान के लिए मुखतस कोटा 1 लाख 75 हजार 25 है। राजिस्थान समेत दीगर रियास्तों से ये पहला मौका है कि इन तमाम हाजियों को सफर के लिए मुंतखब किया गया जिन्होंने दरखास्त दी थी। यहां, राजिस्थान स्टेट हज कमेटी की तरफ से आइन्दा की तैयारीयां शुरू कर दी गई हैं। इस साल राजिस्थान से 6164 आजमीन को हज का मौका मिलेगा।
हज का सफर शुरू करने से पहले आजमीन का तिब्बी मुआइना किया जाएगा, उनका ईलाज हज के रास्ते में सेहत की सहूलयात में सऊदी अरब में कराना होगा। इन सहूलयात का इंतिजाम हिन्दुस्तानी डाक्टर्ज और पैरा मैडीकल स्टाफ करेंगे। इन टीमों में राजिस्थान के डाक्टर और नर्सिंग आफिसरान को शामिल किया जाएगा । मर्कजी सेक्रेटरी सेहत राजेश भूषण के मुताबिक हमने रियास्तों और मर्कज के जेर-ए-इंतिजाम इलाकों को खत लिख कर कुछ जिÞम्मेदारियाँ सौंपी हैं। एक महफूज, परेशानी से पाक और हमवार हज के लिए डाक्टरों की तलाश की गई। तायनात किए जानेवाले डाक्टरों की खिदमात अगस्त तक कौंसुलेट जनरल आफ इंडिया (सीआई) जददा के इखतियार में होंगी। उन्हें सीजीआई, जद्दा की तरफ से मक्का मुकर्रमा के मुख़्तलिफ हस्पतालों और ब्रांच डिसपेंसरियों में हुज्जाज को मुनासिब तिब्बी खिदमात फराहम करने के लिए तायिनात किया जाएगा।