24 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
इतवार, 16 अपै्रल, 2023
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रियाद : आईएनएस, इंडिया पाकिस्तान के शहर ओकाड़ा से हज के लिए पैदल सफर करने वाले उस्मान अरशद 5 हजार 400 किलोमीटर का फासला तय कर सऊदी अरब के शहर मक्का पहुंच गए हैं। नौजवान उस्मान ने हज के लिए अपने आबाई इलाके पंजाब के शहर ओकाड़ा से गुजिश्ता साल एक अक्तूबर को पैदल सफर का आगाज किया था।
जुमे को एक टवीट में उस्मान ने बताया कि मक्का शरीफ पहुंच कर उन्होंने उमरा की सआदत हासिल कर ली है जिसकी उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की है। इससे कब्ल एक और टवीट में उन्होंने बताया कि वो छ: माह और तेरह दिन में 5 हजार 400 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के बाद मक्का पहुंचे हैं। उस्मान अपने सफर के दौरान एक माह में बलोचिस्तान के दार-उल-हकूमत कोइटा पहुंचे थे, जिसके बाद वो ईरान दाखिल हुए। पैदल सफर के दौरान उन्हें वीजे की मुश्किलात के सबब ईरान से दुबई बहरी सफर इखतियार करना पड़ा। वाजेह रहे कि पैदल सफर कर मक्का पहुंचने से कब्ल उस्मान अपने आबाई इलाके ओकाड़ा से खंजराब पास तक का पैदल सफर कर चुके हैं। ये सफर उन्होंने तकरीबन 34 दिन में तय किया था।
मां की शिकायत करने एक बच्चा अकेले 130 किलोमीटर साईकल चलाकर दादी के पास जा पहुंचा
बीजिंग : उमूमन बच्चे अपने वालदैन के बारे में दीगर अका़रिब से अपनी मासूमाना शिकायात करते रहे हैं, मगर चीन के एक ग्यारह साला बच्चे का अपनी माँ के खिलाफ दादी से शिकायत के लिए तवील सफर करना एक हैरानकुन वाकिया है।मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक 11 साला बच्चा अपनी मां के खिलाफ शिकायत ले कर अपनी दादी के घर की तरफ साईकल पर रवाना हुआ। अगरचे उसकी दादी का घर ज्यादा दूर नहीं था, मगर बच्चे को उसके घर का पता नहीं था। बच्चा दादी के घर नहीं पहुंच सका मगर पुलिस ने उसे उसके वालदैन से मिला दिया। बच्चे ने पुलिस को बताया कि वो लाइल्मी की वजह से तवील फासला तय करता रहा, यहां तक कि दादी के घर तक पहुंचने में उसे 22 घंटे लगे। इस दौरान उसने 130 किलोमीटर का फासला अपनी साईकल पर तय किया।
हांगकांग के अखबार 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के मुताबिक लड़का 2 अप्रैल की शाम हाईवे पर बहुत थका हुआ पाया गया। सफर शुरू करने से पहले वह रोटी और पानी अपने घर से लाया था। लड़के ने अपने सफर के लिए सड़क के इशारों पर इन्हिसार किया लेकिन उसने पुलिस के सामने एतराफ किया कि उसने कई गलत मोड़ लिए, जिसकी वजह से इस सफर को अपनी मंजिÞल तक पहुंचने की तवक़्को से दोगुना वक़्त लगा।
मुकामी मीडीया ने बताया कि राहगीरों ने हाईवे पर एक सुरंग में लड़के को अकेला और थका हुआ पाया। उसकी मदद के लिए आने वाले पुलिस आफिसरान ये जान कर हैरान रह गए कि उसने ड़ी जियांग सूबे के शहर हांगजो में अपने घर से निकलने के बाद 22 घंटे तक अपनी साईकल पर सवारी की। इस दौरान उसे उसी सूबे के माई जियांग में अपनी दादी के घर पहुंचना था। लड़के को करीबी थाने ले जाया गया, जहां वो इंतिहाई थकन की वजह से चलने फिरने से कासिर था। बाद में उसे उसके वालदैन और दादी के पास ले जाया गया जो हैरान रह गए। बच्चे को देखकर वो खुशी और सदमे के मिलेजुले जजबात में थे। बच्चे की गुमशुदगी पर परेशानी अचानक उस वक़्त खुशी में बदल गई जब बच्चा उनके सामने सही सलामत पहुंच गया। पुलिस के मुताबिक लड़का रात-भर साईकल चलाता रहा। इस वाके पर सोशल मीडीया पर दिलचस्प तबसरे किए जा रहे हैं। एक सारिफ ने लिखा कि मेरी दिलचस्पी इस बात में है कि दादी ने आखिर में बच्चे की माँ को क्या सबक दिया।