26 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
इतवार, 19 मार्च 2023
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
नेशनल कमीशन फार प्रोटेक्शन आफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीआर) के सदर प्रियांक कानूनगो का कहना है कि मुस्लिम कम्यूनिटी, खासतौर पर पसमांदा मुस्लिम कम्यूनिटी के बच्चों को उनके आईनी और कानूनी हुकूक दिलाने और उन्हें कौमी धारे से जोड़ने के लिए मजहबी तालीम के साथ-साथ बुनियादी तालीम भी फराहम करनी चाहिए। कानूनगो का कहना है कि जदीद तालीम बच्चों की हमागीर नश्व-ओ-नुमा के लिए बहुत जरूरी है। उनका कहना है कि कमीशन इस सिलसिले में अपना काम कर रहा है और इसके लिए पसमांदा मुस्लिम कम्यूनिटी का तआवुन भी जरूरी है। इसके साथ ही, पसमांदा मुस्लिम कम्यूनिटी के बच्चों के हुकूक को यकीनी बनाने और उन्हें तरक़्की के मवाके फराहम करने का यकीन दिलाते हुए कमीशन के चेयरमैन ने आॅल इंडिया पसमांदा मुस्लिम फोरम के साथ एक एमओयू पर दस्तखत करने का ऐलान किया। इस मुफाहमत नामे के जरीये, पसमांदा मुस्लिम कम्यूनिटी के बच्चों के हुकूक के तहफ़्फुज के साथ-साथ, उनकी शिकायात के अजाले के लिए एक तरीका-ए-कार तैयार किया गया है, यतीमों, माजूरों, सिंगल वालदैन के बच्चों, मदद के मुहताज, बीमार और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को फायदा पहुंचाने के लिए काम किया जाएगा ताकि बच्चों को सरकारी स्कीमों से जोड़ कर कौमी धारे में लाया जा सके। आॅल इंडिया पसमांदा मुस्लिम फोरम के सदर जावेद मलिक ने पसमांदा मुस्लिम समाज की तरफ से नुमाइंदगी की। उन्होंने कमीशन के सामने चाइल्ड लेबर से आजादी, मुनश्शियात (नशीले पदार्थ) के मसले का हल, ईडब्लयूएस कैटेगरी के फवाइद समेत कई मसाइल रखे और कमीशन से तआवुन तलब किया। इसके साथ ही उनकी तरफ से यकीन दिलाया गया कि वो अकल्लीयती बिरादरी के बच्चों के लिए कमीशन की तरफ से की जाने वाली कोशिशों में अपना भरपूर तआवुन करेंगे।
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