18 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
सनीचर, 11 मार्च 2023
औरंगाबाद : आईएनएस, इंडिया
महाराष्ट्र में औरंगाबाद का नाम बदल कर छत्रपति संभाजी नगर करने के खिलाफ आॅल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लिमीन के एमपी इम्तियाज जलील की गैर मुअय्यना (अघोषित) भूख हड़ताल का इतवार को दूसरा दिन था। नगर करने का फैसला किया है। फैसले के खिलाफ जलील ने हफ़्ता से जिÞला कलेक्टर आॅफिस के सामने गैर मुअय्यना भूख हड़ताल का आगाज किया। जलील का कहना है कि वो औरंगाबाद के रुक्न पार्लियामेंट थे और रहेंगे। उन्होंने कहा, मैं औरंगाबाद में ही पैदा हुआ था और यहीं मरुंगा। उसी बीच सीनीयर शिवसेना लीडर चंद्रकांत ने जलील से तारीख का मुताला करने को कहा और इल्जाम लगाया कि वो शहर का नाम तबदील करने के नाम पर सियासत कर रहे हैं। इसी दरमयान भारतीय जनता पार्टी के सिटी सदर शेरेश बोरालकर ने कहा कि इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि एआईएमआईएम मुगल और निजामों के वारिस हैं। ख़्याल रहे कि तारीखी तौर पर औरंगाबाद पहले खड़ी के नाम से मशहूर था जिसे अहमद नगर बादशाह के वजीर-ए-आजम ने बसाया था, फिर जब उसके बेटे फतह खान का जमाना आया तो शहर का नाम फतह नगर और बाद में 1653 में जब मुगल बादशाह औरंगजेब ने दक्कन को फतह किया, तो इस शहर को अपना दारुल खलीफा मुकर्रर किया, और ये शहर औरंगाबाद के नाम से जाना जाने लगा।
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