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मदरसों और अकलीयती तालीमी इदारों के लिए योगी सरकार के बजट में ‘बहुत कुछ’

 12 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
इतवार, 5 मार्च 2023
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'A lot' in Yogi government's budget for madrassas and exclusive educational institutions

लखनऊ : आईएनएस, इंडिया

उत्तर प्रदेश में बजट पेश करते हुए, योगी हुकूमत ने मुसलमानों में गरीब तबके से आने वाले पसमांदा समाज पर तवज्जा मर्कूज की। बजट में मदारिस के तलबा को स्कालरशिप की फराहमी के साथ-साथ रियाजी और साईंस जैसे मजामीन के मुताला के लिए किट्स की फराहमी और कम्पयूटर लेब्ज की तामीर के लिए भी फंडज जारी किए हैं। 
    बजट पेश करते हुए वजीर-ए-खजाना सुरेश खन्ना ने कहा कि अकलीयती तबके के तलबा के लिए इस स्कीम के तहत जो प्री दसवीं क्लासिज (यानी क्लास 9 और 10) में पढ़ रहे हैं, ऐसे तलबा जिनके वालदैन की ज्यादा से ज्यादा सालाना आमदनी 2.50 लाख रुपय है, उनके लिए ज्यादा से ज्यादा 3000 रुपय सालाना स्कालरशिप से मुस्तफीद होने का इंतिजाम है। उन्होंने बताया कि मैट्रिक के बाद की क्लास 11वीं और 12वीं में जेर-ए-ताअलीम अकलीयती बिरादरीयों के तलबा जिनके वालदैन की ज्यादा से ज्यादा सालाना आमदनी 2 लाख रुपय तक है, के लिए भी स्कालरशिप का इंतिजाम है। जबकि दावा किया गया कि अकलीयती अक्सरीयती इलाकों में लड़कियों की बेहतर तालीम के लिए अब तक 24 हॉस्टलज और 11 स्कूलों की इमारतों की तामीर मुकम्मल हो चुकी है। 
    माली साल 2023-2024 में हॉस्टल 223, स्कूल की इमारत की तामीर के लिए बजट में 6 करोड़ 81 लाख रुपय का बजट मुखतस (आवंटित) किया गया है। मदारिस, मकतबों में जदीद मजामीन की तालीम फराहम करने का इंतिजाम किया गया है। स्कीम के तहत, मदरसों, मकतबों, बीएड में जदीद मजामीन (हिन्दी, अंग्रेजी, रियाजी, साईंस वगैरा पढ़ाने के लिए ग्रैजुएट टीचर को माहाना 6000 रुपय, असातिजा को 12000 रुपय माहाना के हिसाब से एजाजिया की अदायगी का इंतिजाम है। इसके अलावा साईंस और रियाजी के लिए 50 हजार रुपय, आलीया के लिए 15 हजार रुपय और किताब के लिए आला सतह के मदारिस के लिए कम्पयूटर लैब के कियाम के लिए फी मुदर्रिसा एक लाख रुपय ग्रांट देने का भी इंतिजाम है। 
    यूपी में तकरीबन 23,000 मदारिस हैं, जिनमें से 561 को रियास्ती हुकूमत से ग्रांट मिलती है। माली साल 2023-2024 मेंं अकल्लीयती इदारों के लिए हॉस्टल, स्कूल की इमारत की तामीर के लिए भी 681 लाख रुपय के बजट का इंतिजाम किया गया है। बजट में हर मदरसे को एक लाख रुपय देने का इंतिजाम किया है। इस रकम से कम्पयूटर लैब कायम की जा सकती है। अकल्लीयती बहबूद के तहत असातिजा को 12 हजार रुपय माहाना की शरह से एजाजिया देने का भी बजट में इंतिजाम किया गया है। वाजिह रहे कि उत्तर प्रदेश हुकूमत की जानिब से माली साल 2023-24 के लिए पेश किए गए बजट को हुक्मरां भारतीय जनता पार्टी ने नौजवानों, खवातीन, गरीबों और किसानों की उमंगों पर पूरा उतरने वाला बजट करार दिया है, जबकि अपोजीशन जमातों ने इल्जाम लगाया है कि अगले साल होने वाले लोकसभा इंतिखाबात के फायदे के लिए वादों का डिब्बा खोल दिया गया है। 
आपको बताते चलें कि बुध को उतर प्रदेश कानूनसाज असेंबली में माली साल 2023-24 के लिए 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ रुपय का बड़ा बजट पेश किया गया है। विधानसभा में अपनी बजट तकरीर में पिछली अपोजीशन हुकूमतों को निशाना बनाते हुए वजीर-ए-खजाना ने कहा कि हुकूमतों का रवैय्या रियासत के मजहबी और सकाफ़्ती विरसे के तईं सरासर नजरअंदाज करने वाला था। उन्होंने कहा कि रियासत में ऐसा माहौल बना दिया गया कि किसी के मजहबी अकीदे का इजहार जुर्म के जुमरे में आ गया। जब वजीर-ए-आला योगी आदित्य नाथ ने कदीम मजहबी और सकाफ़्ती विरसे की मुहिम शुरू की तो उनकी भी मुखालिफत की गई। वजीर-ए-खजाना खन्ना ने सकाफ़्ती और खैराती कामों के लिए बीजेपी हुकूमत की जानिब से अब तक चलाई जाने वाली स्कीमों की एक सीरीज की तफसीलात भी दी।

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