अंकरा : आईएनएस, इंडिया
तुरकिया और शाम में पीर की सुबह आने वाले शदीद जलजले के बाद तबाही के मुनाजिर की तसावीर और दिलखराश वीडीयोज सोशल मीडीया पर वाइरल हो रहे हैं। शाम में तबाह होने वाली एक इमारत में 17 घंटे से मलबे तले दबी शामी बच्ची अपनी छोटी बहन की ढाल बन गई और उसके सर को जखमी होने से बचाने की कोशिश करती रही।
`सोशल मीडीया पर वाइरल वीडीयो में देखा जा सकता है कि मलबे तले दबी शामी बच्ची अपनी छोटी बहन के सर को अपने हाथ पर रखे और उसे अपने सीने से लगाए हुए है। दोनों बहनें एक बड़े बलॉक के नीचे दबी थीं और हरकत करने से भी कासिर थीं ताहम उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। शामी बच्ची अपनी छोटी बहन को हौसला देती रही। रेस्क्यू टीम जब मौके़ पर पहुंची तो इमदादी टीम के एक अहलकार ने शामी लड़की को बातों में लगाया ताकि रेस्क्यू आॅप्रेशन मुकम्मल होने तक उन्हें इतमीनान दिलाया जा सके। अहलकार ने इस से छोटी बहन के खिलौनों के बारे में पूछा। मलबे तले दबी शामी लड़की ने रेस्क्यू अहलकार से कहा कि 'अंकल मुझे यहां से निकाल लें। मैं जिÞंदगी-भर आपकी खिदमत करती रहूंगी। मुकामी मीडीया और रेस्क्यू अहलकारों के मुताबिक लड़की और उसकी बहन को जलजले के 17 घंटे बाद मलबे से निकाल लिया गया। सोशल मीडीया पर वाइरल एक और वीडीयो में देखा जा सकता है कि शाम में हलब के इलाके जिन्दरेस में मलबे तले दबी एक बच्ची को निकालने की कोशिश की जा रही थी। बच्ची बेहोश थी। उसी दौरान एक अहलकार ने बच्ची को मुखातब करते हुए कहा कि 'तुम्हारे बाबा यहां हैं। ये सुनते ही बच्ची के अंदर हरकत पैदा हुई और वो बिला इरादा देखने लगी। घंटों मलबे तले दबे रहने से बच्ची के पूरे चेहरे पर मिट्टी लगी हुई थी। शाम में ही जलजले के 24 घंटे के बाद एक मुनहदिम इमारत के मलबे तले दबे शख़्स को भी निकाला गया है। शाम के शहरी दिफा ने मंगल को रेस्क्यू आॅप्रेशन की वीडीयो शेयर किया। अदलब के एक छोटे कस्बे में जलजले से मुकम्मल तबाह होने वाली पाँच मंजिला इमारत के मलबे तके दबे एक नौजवान को निकाला गया।