दुबई : आईएनएस, इंडिया
शराब की फरोखत के लिए दुबई में आइद 30 फीसद टैक्स की अदायगी की शर्त खत्म कर दी गई है। साल 2023 के पहले रोज इतवार को हुकूमत ने एक बड़ा फैसला करते हुए शराब की फरोखत से मुताल्लिक दुकानों और बाजारों के लिए लाईसेंस फीस खत्म करने का ऐलान किया है। इससे दुबई में सयाहत (पर्यटन) को फरोग मिलेगा और दुबई आने वाले सय्याहों के लिए शराब की कीमत में इमकानी तौर पर कमी होगी। बजाहिर ये अचानक फैसला दुबई के हुकमरान शाही खानदान की तरफ से किया गया है। इस ऐलान से साल-हा-साल से शराब पर बिलवासता तौर पर आइद एक बड़ा और अहम टैक्स खत्म हो जाएगा। इससे पहले भी दुबई में शराब की खरीद-ओ-फरोखत में काफी आसानी फराहम की जा चुकी है। रमजान उल-मुबारक के दौरान भी दिन के वक़्त शराब की खरीद-ओ-फरोखत की इजाजत है। कोविड 19 के दिनों में भी होम डलिवरी की सहूलत दुबई के रिहायशियों के लिए शुरू कर दी गई थी। बाअज लोग दुबई में शराब की फरोखत को यहां की मईशत (अर्थव्यवस्था) में एक अहम किरदार के तौर पर देखते रहे हैं।
कतर में वर्ल्ड कप के दौरान भी दुबई के शराब-खानों ने फुटबाल शायकीन को इस सिलसिले में अपनी जानिब ज्यादा मुतवज्जा रखा। लेकिन ये कहना मुश्किल है कि दुबई में शराब फरोखत करने वाली कंपनीयों की लाईसेंसिंग फीस के खात्मे से शराब की उमूमी कीमत नीचे आएगी या इससे सिर्फ खूर्दा सतह के खरीददारों को ही फायदा होगा। दुबई के अल्कोहल डिस्ट्रीब्यूशन एसोसिएशन की तरफ से एक इश्तिहार में ग्राहकों से कहा गया है कि शराब के लिए अब उन्हें दुबई से दूर अमीरात के दूसरे हिस्सों में जाने की जरूरत नहीं होगी। दुबई के रिहायशी अमीरात की दूसरी रियास्तों में जाते रहे हैं ताकि टैक्स फ्रÞी शराब खरीद सकें। दुबई के कानून के मुताबिक सिर्फ 21 साल और इस से बड़ी उम्र के गैर मुस्लिम लोग शराब इस्तिमाल कर सकते हैं। इन शराब पीने वालों को प्लास्टिक कार्डज जारी किए गए हैं। ये भी देखने में आता है कि दुबई में शराब-खानों, नाइट क्लबों और लाउंज में कभी किसी को शराब का परमिट दिखाने नहीं कहा जाता बल्कि शराब खरीदने या इस्तिमाल करने वालों से नरमी ही बरती जाती है।