विश्व हिन्दी दिवस पर स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में पोस्टर प्रतियोगिता
नई तहरीक : भिलाई
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर रेडियो लोकवाणी एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं पर होने वाली हिंसा के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्Ñदेश्य से ‘महिला उत्पीड़न’ विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिन्दी ने बताया कि विश्व हिंदी दिवस का प्रारंभ 10 जनवरी 1975 में हुआ, जब पहली बार महाराष्ट्र के नागपुर में पहला हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया। उन्होंने कहा, विश्व के सभी देशों में हिन्दी बोलने व जानने वाले रहते हैं। हिंदी दिवस, हिन्दी भाषी लोगों को एकजुट करने और हिन्दी की उपयोगिता से लोगों को अवगत कराने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारिणी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा व प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए हिन्दी विभाग को कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। उपप्राचार्य डॉ. अजरा हुसैन ने समसामायिक विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि हिंदी हर जन की भाषा है, उन्होंने इस बात पर गौरवान्वित होने की बात कही कि पोस्टर प्रतियोगिता के बहाने हम विश्व हिन्दी दिवस पर महिला उत्पीड़न के खिलाफ जागृति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
लोकवाणी कार्यक्रम की संयोजक चित्रा सिन्हा ने कहा, भारतीय समाज पुरूष प्रधान होने के कारण महिलाओं को दहेज प्रथा, यौन उत्पीड़न, मारपीट और छेड़छाड आदि अनेक अत्याचार का सामना करना पड़ता है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा के इन्द्रधनुषी रंग बिखेरते हुए पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से महिला उत्पीड़न को रेखांकित किया। प्रतियोगिता में प्रथम वैदेही बीएससी द्वितीय वर्ष, द्वितीय जागृति ठाकुर बीकॉम प्रथम वर्ष, तृतीय नीरज यादव बीबीए पंचम सेमेस्टर व सांत्वना पुरस्कार खुशी साहू बीबीए पंचम सेमेस्टर और अद्विती बीएससी द्वितीय वर्ष को दिया गया। मेघा उइके के पोस्टर की विशेष रूप से सराहना हुई। निर्णायक डॉ. रजनी मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायनशास्त्र व सहायक प्राध्यापक मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित थीं।
आयोजन को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक हितेश सोनवानी, लोकवाणी की स्वाती निर्मलकर और कृष्णा साहू ने विशेष योगदान दिया।