नई तहरीक : दुर्ग
उस्तादुश्शोरा मरहूम शेख निजाम राही को खिराजे अकीदत पेश करने केलाबाड़ी पार्षद मोहम्मद हमीद खोखर के आफिस में शेर-ओ-शाईरी की महफिल सजी। शायर/कवि नवेद रजा दुर्गवी, नौशाद सिद्दीकी, हाजी ताहिर और मरहूम राही के शार्गिदों की जानिब से मुनाकिद नशिस्त शाईरों ने मरहूम की मगफिरत की दुआ की।
नशिस्त के मेहमाने खुसूसी कैलाश बरमोचा, अब्दुस्सलाम कौसर राजनांदगांव, अंतर्राष्ट्रीय शायर मुमताज के अलावा मरहूम राही के साहबजादे अजीमुद्दीन शेख, साहबजादी रशीदा अंजुम, पोते मोहम्मद अदील शेख थे। सदारत मशहूर आफसाना निगार हाजी रौनक जमाल ने व निजामत मोहम्मद अबू तारिक ने की।
नशिस्त का आगाज शायर नवेद रजा दुर्गवी के नाअत पाक से हुई। उन्होंने मरहूम राही की जिंदगी व अदबी कारगुÞजारियों पर रोशनी डाली। जिसके बाद शाईरों व कवियों ने अपने कलाम पेश किए। नौशाद सिद्दीकी ने निजाम राही का कलाम मोबाईल पर चला कर उन्हें बज्म में हाजिर कर दिया।
नशिस्त में मेहमानु खुसूसी कैलाश बरमोचा के अलावा हाजी ताहिर, नवेद रजा दुर्गवी, रियाज गौहर, अबू तारिक, अब्दुल एजाज बशर, अलोक नारंग, युसुफ सागर, नीता कम्बौज, अब्दुस्सलाम कौसर, ड़ॉ. संजय दानी, नभनीर हंस, सांकेत रंजन प्रवीर, इस्रराईल बेग शाद, गणेश गंधावी, शुचि: भवि, वगैरह के अलावा नीलम जायसवाल, अनुराधा बक्शी, माला सिंह, धनश्याम सोनी, राजकुमार चौधरी बैकुंठ महानंद, सुशील यादव, नरेन्द्र देवाँगन, ओमप्रकाश जायसवाल, प्रदीप पाण्डेय, कलावती देवी, एमएल ठाकुर वगैरह ने अपने कलाप पेश किए। नशिस्त के अखीर में नीलम जायसवाल ने शाईरों के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया। सभी ने मरहूम निजाम राही के लिए गरीके रहमत की दुआएं की।