न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया
ईरान में 16 सितंबर को महसा अम्मीनी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद से शुरू होने वाले एहितजाजी मुजाहिरे जारी हैं। ईरानी फोर्सिज की जानिब से मुजाहिरों को दबाने के लिए तशद्दुद (हिंसा) पर मबनी (आधारित) कार्यवाहीयां भी नौजवानों को सड़कों पर आने से नहीं रोक सकी है।
अब अमरीकी कौमी सलामती ने जोर दिया है कि अमरीका एहतिजाज करने वालों बिलखसूस खवातीन और लड़कों को दबाने पर ईरानी हुक्काम को जवाबदेह ठहराने की कार्रवाई करेगा। ईरानी हुक्काम को कटहरे में लाने के लिए वो अकेले, अपने शराकतदारों के साथ या अकवाम-ए-मुत्तहिदा के तरीका-ए-कार के जरीया इकदामात करेगा। एक अंदरूनी मेमो में इन्किशाफ (खुलासा) किया गया है कि आने वाले दिनों में अमरीका अकवाम-ए-मुत्तहिदा (संयुक्त राष्टÑ) में ईरान में जारी मुजाहिरों पर रोशनी डालने की तैयारी कर रहा है। अमरीकी इकदाम के तहत अकवाम-ए-मुत्तहिदा में ईरान की इन्सानी हुकूक की खिलाफवर्जियों और खवातीन पर जुल्म के बारे में काबिल-ए-एतिमाद और आजाद तहकीकात को फरोग देने के तरीकों पर तबादला-ए-ख़्याल किया जाएगा।
अमरीका और अल्बानिया अगले बुध को अकवाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती काउंसिल का एक गैर रस्मी इजलास मुनाकिद करेंगे। इजलास में ईरान में खवातीन, लड़कियों और मजहबी और नसली अकलीयतों के अरकान पर जारी जुल्म को उजागर किया जाएगा। ईरान में इन्सानी हुकूक पर अकवाम-ए-मुत्तहिदा के आजाद तफतीशकार जावेद रहमान भी इस इजलास में खिताब करेंगे। इजलास में अकवाम-ए-मुत्तहिदा के दीगर रुकन ममालिक और इन्सानी हुकूक ग्रुप शिरकत कर सकते हैं। वाजेह रहे कि ईरान में महसा अम्मीनी की मौत के बाद से जारी मुजाहिरों में कमी नहीं आ रही है। तीन बरस कब्ल भी ईरान में नौजवान तलबा ने मुजाहिरे किए थे।