मुजफ़्फर नगर : आईएनएस, इंडिया
मुजफ़्फर नगर जिÞले के खतौली से बीजेपी एमएलए विक्रम सैनी की रुकनीयत मंसूख कर दी गई है। अदालत ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। इसके इलावा 10 हजार रुपय जुर्माना भी आइद किया गया है। आरएलडी के सदर चौधरी जयंत सिंह ने भी इस सिलसिले में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि आखिर कार अदालती हुक्म का नोटिस लेते हुए बीजेपी एमएलए सैनी की रुकनीयत मंसूख कर दी गई है। विधानसभा सेक्रेटेरियट का कहना है कि दो साल या इससे ज्यादा की सजा के बाद रुक्नियत खुद ब खुद खत्म हो जाती है।
सैनी का मुकद्दमा समाअत के लिए महिकमा इन्साफ को भेज दिया गया है। महिकमा इन्साफ से वाजेह राय तलब की गई है कि क्या सुप्रीमकोर्ट के हुक्म का इतलाक दो साल की सजा पर होगा या सिर्फ दो साल से ज्यादा की सजा पर। ताहम सैनी को दो साल की सजा सुनाई गई है। सीट खाली करार देने का फैसला महिकमा इन्साफ की रिपोर्ट आने के बाद ही किया जाएगा। मुजफ़्फर नगर फसादाद के मुआमला में खतौली के बीजेपी एमएलए सैनी ने एडीशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज की खुसूसी एमपी, एमएलए कोर्ट से दो साल की सजा के सिलसिले में हाईकोर्ट से रुजू किया। निचली अदालत के फैसले को चैलेंज करते हुए हाईकोर्ट में अपील दायर की गई है। 11 अक्तूबर को वाकिया के बाद होने वाले फिकार्वाराना फसाद में अदालत ने एमएलए सैनी समेत 12 मुल्जिमान को दो साल कैद और 10000 रुपय जुर्माने की सजा सुनाई थी। एमएलए समेत तमाम मुल्जिमान की दरखास्त जमानत भी मंजूर कर ली गई। निचली अदालत के फैसले पर एमएलए ने हाईकोर्ट में अपील दायर की है। एमएलए के वकील भरत वीर ने बताया कि अपील दायर कर दी गई है, जल्द ही समाअत की तारीख तय की जाएगी। दूसरी जानिब जिÞला इंतिजामीया ने मुकामी अदालत के फैसले की कापी भी हुकूमत को भिजवा दी है। डीजीसी राजीव शर्मा ने इसकी तसदीक की है। उन्होंने बताया कि सजा की कापी डीएम आॅफिस के जरीया एमएलए को भेजी गई है।
ख़्याल रहे कि 29 अगस्त 2013 को कव्वाल गांव में मुस्लिम हिंदू फिकार्वाराना तशद्दुद हो गया था, तशद्दुद और आतशजनी के वाके के बाद पुलिस ने सुखेड़ा पुलिस स्टेशन में साबिक प्रधान के शौहर विक्रम सैनी समेत 28 अफराद के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया था। सुनवाई के बाद एमएलए समेत 12 मुल्जिमान को धमकीयां देने के मुआमले में दो साल कैद और पाँच हजार रुपय जुर्माना आइद किया गया। एसपी लीडर साबिक वजीर आजम खान की सजा के बाद असेंबली की रुकनीयत खत्म किए जाने के बाद विक्रम सैनी का वाकिया भी जोर पकड़ रहा है। इस सिलसिले में अपोजीशन लीडर सवाल उठा रहे हैं।