योगी काबीना के वजीर मौसूफ का बयान
लखनऊ : आईएनएस, इंडिया
वजीर-ए-आला योगी आदित्य नाथ की तारीफ करते हुए धरम पाल ने कहा कि वो उतर प्रदेश को उत्तम प्रदेश में तबदील कर रहे हैं। जैसा कि वजीर-ए-आजम ने तसव्वुर किया था, वजीर धरम पाल सिंह ने मंगल को कहा कि उतर प्रदेश में मदरसों के तलबा को दूसरे मजामीन के साथ रियाजी और साईंस पढ़ाया जाएगा ताकि वो मौलवी के बजाय अफ़्सर बन सकें।
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File Photo Madarsa |
उन्होंने मजीद कहा कि ये मन्सूबा वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी के विजन के मुताबिक है। अकलीयती बहबूद के वजीर ने ये भी कहा कि वक़्फ बोर्ड की अराजी (जमीन) को खाली करके स्कूल और अस्पताल बनाए जाएंगे, जो इस वक़्त गै़रकानूनी कब्जे में है। मदरसे के तलबा के लिए एक हाथ में कुरआन और दूसरे में लैपटॉप के वजीर-ए-आजम के विजन पर अमल करते हुए उन्हें रियाजी, जनरल साईंस, सोशल साईंस, हिन्दी और दीगर मजामीन पढ़ाए जाएंगे ताकि वो इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस और सुबाई सिविल में शामिल हो सकें। दीनी तालीमात हासिल करके मौलवी बनने के बजाय अवामी खिदमात अंजाम दें या इंजीनियर और डाक्टर बनें।
उन्होंने यहां महकमा जाती जायजा इजलास के बाद नामा निगारों को बताया कि वक़्फ बोर्ड की अराजी के काफी हिस्से पर गै़रकानूनी तौर पर कब्जा किया गया है, लेकिन यकीन दिलाया गया कि उसे खाली करके स्कूल, अस्पताल और पाकर््स की तामीर कराई जाएगी। ख़्याल रहे कि मुस्लमानों की एक बड़ी तादाद मदारिस में जेर-ए-ताअलीम है, बाअज मदारिस को सरकारी ग्रांट मिलते हैं, बाअज आजादाना तौर पर दीनी तालीम-ओ-तर्बीयत का इंतिजाम करते हैं, जिससे यूपी के मुस्लमानों में दीनी बेदारी और शऊर पैदा हो रहा है, ताहम आजाद की खिदमात आजाद हिन्दोस्तान में दीनी तालीम-ओ-तर्बीयत के लिहाज से रोशन-ओ-ताबनाक है। बाअज तबका का ये भी कहना है कि डाक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर और नौकरशाह बनने की तालीम यूनिवर्सिटी में दी जाती है और इसके लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी और जामिआ मिलिया इस्लामीया जैसे अकल्लीयती जमिआत हैं, इन दीनी मदारिस में बेजा मुदाखिलत ना की जाये, इन मदारिस की रूह सिर्फ और सिर्फ दीनी तालीम है।