रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी वली अह्द की सरपरस्ती में मक्का उल-मुकर्रमा में फौज के लिए हिफ़्ज कुरआन के नौवीं बैन उल अकवामी (अंतरराष्टÑीय) मुकाबले का आगाज हुआ। 12 ता 19 रबी उस्सानी तक जारी रहने वाले इस मुकाबले का एहतिमाम वजारत-ए-दिफा में मुसल्लह अफ़्वाज (हथियारबंद फौज) के मजहबी उमूर के जनरल डिपार्टमेंट ने किया है। वजीर-ए-दिफा शहजादा खालिद बिन सलमान की जानिब से ‘मर्कज फिक्री जंग’ के जनरल सुपरवाइजर डाक्टर मुहम्मद अलएसा ने डायरेक्टर की मौजूदगी में फौज के लिए नोबल कुरआन हिफ़्ज करने के नौवीं बैन उल अकवामी मुकाबले का इफ़्तिताह किया।
मुसल्लह अफ़्वाज के मजहबी उमूर के जनरल डिपार्टमेंट में मुकाबले के निगरां अब्दुर्रहमान अल हुसैनी भी मौजूद थे। मुहम्मद अलएसी ने अपने खिताब में मुकाबले में हिस्सा लेने वालों का खैरमकदम किया और कहा कि हम खुदा का शुक्र अदा करते हैं कि हम इस मुल्क के बासी हैं जिसके हुकमरानों ने कुरआन-ए-करीम की हिफाजत के लिए सबसे आगे बढ़कर बेमिसाल काम किए हैं। उन्हीं कामों में से एक इस मुल्क के लोगों को तालीम देना भी शामिल है। मुल्क के शहरियों को कुरआन की तिलावत करने, उसे हिफ़्ज करने, उसकी तफसीर समझने और इस अजीम किताब पर तदब्बुर करने की तरफ रागिब करने की कोशिशें की गई हैं।
उसके बाद मुसल्लह अफ़्वाज के मजहबी उमूर (धार्मिक मामलों) के जनरल डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल और मुकाबले के उमूमी निगरां अब्दुर्रहमान अल हुसैनी ने तकरीर की जिसमें उन्होंने कुरआन-ए-करीम की हिफाजत और उसकी देखभाल के लिए सऊदी अरब की कोशिशों से आगाह किया। उसी दौरान ज्यूरी ने मुख़्तलिफ कैटेगरीज के तहत 27 से जाइद ममालिक की नुमाइंदगी करने वाले शुरका (भागीदारी) की तिलावतें समाअत कीं। काबिल-ए-जिÞक्र है कि मुकाबला दो अदवार (सत्र) में मुनाकिद होगा, पहला दौर सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरा शाम 4 से शाम 5:30 बजे तक। मुकाबले में कुरआन-ए-मजीद और उसके उलूम से मुताल्लिक मुख़्तलिफ सरगर्मियां शामिल थीं।