रियाज : आईएनएस, इंडिया
सदारत आम्मा बराए उमूर हरमैन शरीफैन की नुमाइशों और अजाइब घरों के उमूर की जिÞम्मेदार एजेंसी ने खाना काअबा की एक वर्चूअल नुमाइश का आगाज किया है, जिस तक बारकोड को स्केन कर के रसाई हासिल की जा सकती है। नुमाइशों और अजाइब घरों के अंडर जनरल इंजीनर माहिर बिन मानसी अल जहरानी ने वजाहत की कि इस नुमाइश का मकसद जाइरीन के तजुर्बे को तकवियत देना और हरमैन शरीफैन की खिदमत और उनके जाइरीन की देख-भाल में ममलकत की कोशिशों के हिस्से को उजागर और मुतआरिफ कराना है।
अल जहरानी के मुताबिक खाना काअबा को गुसल देने के मौका पर इस नुमाइश में कुछ ऐसे औजार रखे गए हैं, जो गुसल के अमल में इस्तिमाल होते हैं। दूसरी तरफ से डिजीटल नुमाइशों के डायरेक्टर जनरल और नुमाइश में पब्लिक रिेलेशन्ज एंड मीडीया के डायरेक्टर रयान बिन मुहम्मद अल मसावदी ने कहा कि काअबा को गुसल देने में इस्तिमाल होने वाले तमाम औजार ताँबे के हैं और खासतौर पर इस बाबरकत मौका के लिए बनाए गए थे। वर्चूअल टैक्नोलोजी की मदद से आप उन्हें देख सकते हैं।