नई तहरीक : भिलाई
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 स्थित अंतर्दिशा भवन के पीस आॅडिटोरियम में सुबह राजयोग सत्र का आयोजन किया गया। तत्पश्चात श्री कृष्ण जन्माष्टमी दिव्यता का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भिलाई सेवा केन्द्रों की नेदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व अर्थात धरा पर वैकुंठ सतयुगी दुनिया में सर्वगुण संपन्न, 16 कला सम्पूर्ण, मर्यादा पुरुषोत्तम, संपूर्ण निर्विकारी, सतयुग के प्रथम राजकुमार श्री कृष्ण का जन्म दिवस है। पीस आॅडिटोरियम में सतयुग, वैकुंठ दुनिया के स्वर्णिम दृश्य को सजाया गया, जहां राधे कृष्ण को पुष्पक विमान में उड़ता हुआ दिखाया गया तथा शेर और गाय को एक ही घाट का पानी पीते हुए दिखाया गया जो आपसी प्रेम और सौहार्द्र को दर्शानो वाला है। उन्होंने कहा, श्री कृष्ण, राधा को झूले में झूलते एवं साथ में गोप-गोपियों को संस्कारों के मिलन की रास करते दिखाया गया। आशा दीदी ने कहा कि इस पावन अवसर पर हमें प्रकृति को भी पावन बनाना है, आज मनुष्य आत्माएं दुखी, अशांत है तो प्रकृति भी दुखदाई है। हमें मन को एकाग्र कर राजयोग से प्रकृति को शांति का दान देना है, प्रकृति के पांच तत्वों को सतोप्रधान बनाना है, ऐसी दुनिया बनानी है, जहां सुख, निश्चित जीवन हो। झांकी 23 अगस्त रात 9 बजे तक जारी रहेगी।
बड़ी संख्या में भक्तों ने किए दर्शन
दुर्ग। ब्रह्माकुमारीज राजऋषि भवन केलाबाड़ी में श्री कृष्ण की लीलाओं की चैतन्य झांकी का आयोजन किया गया। झांकी का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव द्वारा किया गया। 19, 20 अगस्त को बड़ी संख्या में लोगों ने चैतन्य ाांकी का दर्शन किया।