गुवाहाटी : आसाम के वजीर-ए-आला हेमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हमने कुछ एसओपी बनाया है कि अगर कोई इमाम आपके गांव में आता है और आप उसे नहीं जानते हैं तो फौरन करीबी पुलिस स्टेशन को उसकी इत्तिला दें, वो तसदीक करेंगे, तब ही वो गांव में रुक सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आसाम की हमारी मुस्लिम कम्यूनिटी इस काम में हमारी मदद कर रही है। उन्होंने मजीद कहा कि हमने कुछ एसओपी बनाया है कि अगर कोई इमाम आपके गांव में आए और आप उसे नहीं जानते तो फौरन थाने को इत्तिला दें। ख़्याल रहे कि इससे कब्ल आसाम पुलिस ने सनीचर की रात गोल पाढ़ा से दो मुश्तबा (संदिग्ध) अफराद को गिरफ़्तार किया था। दोनों मुश्तबा अफराद के अलकायदा इंडियन बर्रे सगीर (एआईक्यूएस) और अंसार अल्लाह बंगला टीम (एबीटी) से रवाबित के मुबय्यना (कथित) शवाहिद मिलने का दावा किया गया था। गोलपारा के एसपी वीवी राकेश रेड्डी ने बताया कि दोनों मुश्तबा अफराद के दहशतगर्द तन्जीमों से रवाबित (संपर्क) हैं। उनके घर की तलाशी के दौरान उनके अलकायदा से ताल्लुक के मुबय्यना (कथित) शवाहिद मिले । उस के साथ ही उनके पास से पोस्टर और दीगर काबिले एतराज मवाद (सामग्री) भी बरामद किया गया है। उनकाका मोबाइल फोन, सिम कार्ड और शिनाखती कार्ड जब्त कर लिया गया है। अहलकार (अधिकारी) ने बताया कि दोनों मुश्तबा अफराद ने बंगला देश से आने वाले जिहादी दहशतगरदों को राशन फराहम किया था, इसके अलावा उसे पनाह भी दी गई। उसने जिÞले में स्लीपर सेलों की भर्ती के लिए एआईक्यूएस का रुक्न होने का एतराफ (स्वीकार) किया है।