रियाद : सऊदी मुसव्विर (चित्रकार) मुहम्मद बाजबीर एक गैर रिवायती स्कूल आफ आर्ट यानी टाइपोग्राफी के जरीये अरबी खत्ताती (कैलीग्राफी) के जमालियाती हुस्न को मुसव्विरी (चित्रकारी) के फन के साथ मरबूत (एकीकृत) करने की कोशिश कर रहे हैं और वो इस मैदान में कामयाब भी रहे हैं।
बाजबीर ने कहा कि खत्ताती और ड्राइंग दोनों में मुझे अच्छी खासी महारत हासिल और इसी वजह से में अपनी पेंटिंगज में उन्हें यकजा करने का खाहिशमंद हूं। उन्होंने मजीद कहा कि उनका आर्ट मिशन आर्ट में दिलचस्पी और इसकी मुसलसल मश्क पर तवज्जा मर्कूज (केंद्रित) करता है ताकि पेशावराना महारत तक पहुंच सके और फाइन आर्टस के बहुत से स्कूलों में मश्क करके हुनर को निखारा जाए। उन्होंने वजाहत की कि जिस फन पर अमल पैरा हूँ, वो डिजाइन के अंदर तहरीरों को तर्तीब देने और उनको मरबूत करने का फन है। इसमें हुरूफ के साइज को कम करना और बड़ा करना या हुरूफ और लकीरों के दरमयान खाली जगहों को तबदील करना होता है। उन्होंने वजाहत की कि इसका मकसद डिजाइन में एक मखसूस पैगाम पहुंचाना है, चाहे वो लिखा हो, हाथ से खींचा गया हो या कम्पयूटर के जरीये तशकील दिया गया हो। बाजबीर ने बताया कि उनका ताल्लुक फन और आर्ट से मुहब्बत करने वाले खानदान से है। मैं उन्नीस साल से आर्ट में काम कर रहा हूँ। उन्होंने बताया कि मैंने ड्राइंग के तमाम मराहिल को छोड़कर तमाम फनकाराना तरीकों से पेंट किया लेकिन मैंने इस किस्म के फन को तर्जीह दी जिसे समाजी राबतों की साइट्स पर बेहद सराहा गया और अपने इस आर्ट की बदौलत मुकामी और अरब ममालिक की सतह पर कई इनामात जीते।
सऊदी अरब का यू-ट्यूब से गैर अखलाकी इश्तिहारात हटाने का मुतालिबा
रियाद : बैनुल अकवामी शोहरत याफता वीडीयो शेयरिंग साइट 'यू-ट्यूब’ पर गैर अखलाकी नौईयत के इश्तिहारात के बारे में बहुत सी शिकायात सामने आने के बाद सऊदी अरब में आडीयो वेझ मीडीया अथार्टी और कम्यूनीकेशन कमीशन ने यू-ट्यूब प्लेटफार्म से उन इश्तिहारात को हटाने और जवाबत की पाबंदी करने का मुतालिबा किया है। हफ़्ते के रोज एक बयान में दोनों इदारों ने कहा कि ये देखा गया है कि यू-ट्यूब प्लेटफार्म ने ममलकत के अंदर अपने सारिफीन को हिदायत करदा इश्तिहारात दिखाए, जिनकी नशरियात में इस्लामी और मुआशरती इकदार और उसूलों से मुतसादिम और मीडीया मवाद की खिलाफवरजी पर मबनी मवाद शामिल था। लिहाजा आडीयो वेझ मीडीया कमीशन और कम्यूनिकेशन एंड इन्फार्मेशन टैक्नोलोजी कमीशन ने प्लेटफार्म से दरखास्त की कि वो इन मुतनाजा इश्तिहारात हटाए और जवाबत की पाबंदी करे। बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब के इदारे यू-ट्यूब पर चलाए जानेवाले इश्तिहारात को मॉनीटर करेंगे। तवक़्को है कि यूट्यूब जिÞम्मेदारी का मुजाहरा करते हुए ऐसे गैर अखलाकी और आम के खिलाफ इश्तिहारात के मवाद को हटाने में ताखीर नहीं करेगा।