जदीद तालीम फराहम करने 700 सरकारी मदारिस नॉर्मल स्कूलों में तबदील
हुकूमत का निजी मदारिस खोलने पर कोई कंट्रोल नहीं
हिन्दोस्तान के आईन में अकल्लीयती बिरादरी को तालीमी इदारे कायम करने का हक
गोहाटी : आसाम के वजीर-ए-आला (मुख्यमंत्री) हेमंत बिस्वा ने जुमा को कहा कि उनकी हुकूमत रियासत में निजी मदारिस के कयाम के लिए कुछ उसूल-ओ-जवाबत बनाने पर गौर कर रही है। वजीर-ए-आला का बयान है कि गुजिश्ता 24 घंटों के दौरान आसाम में एक मुदर्रिसा के उस्ताद समेत 11 अफराद को मुबय्यना (तथाकथित) तौर पर आलमी दहश्तगर्द तन्जीमों, बर्रे सगीर (उपमहाद्वीप) पाक-ओ-हिंद में अलकायदा और बंगला देश में कायम अंसार अल्लाह से मुबय्यना ताल्लुक के इल्जाम में हिरासत में लिया गया है।
वजीर-ए-आला ने कहा कि मुस्लिम तलबा को जदीद तालीम फराहम करने के लिए 700 सरकारी मदारिस को नॉर्मल स्कूलों में तबदील किया गया है, ताहम हुकूमत का निजी मदारिस खोलने पर कोई कंट्रोल नहीं है, क्योंकि हिन्दोस्तान के आईन ने अकल्लीयती बिरादरी को तालीमी इदारे कायम करने का हक दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ मदारिस में बढ़ती जिहादी सरगर्मियों के पेश-ए-नजर, हुकूमत निजी मदारिस के काम काज को कंट्रोल करने और उनकी निगरानी के लिए नए कवानीन बनाने के लिए कानूनी माहिरीन से मश्वरा करेगी। वजीर-ए-आला ने कहा कि हुकूमत निजी स्कूलों में साईंस और रियाजी जैसे जदीद मजामीन को लाजिÞमी करार देने का मन्सूबा बना रही है। उन्होंने तस्लीम किया कि मुख़्तलिफ मुकामात और औकात में जिहादी सरगर्मियां जारी रहेंगी, क्योंकि आसाम बंगला देश के साथ बैन-उल-अकवामी सरहद का इश्तिराक (शेयर) करता है, जहां कुछ बुनियाद परस्त और दहश्तगर्द अनासिर (असमाजिक तत्व) सरगर्म (सक्रिय) हैं।