स्वयं की पाईंट आफ लाईट महसूस करें, पाईंट आफ लाईट, यानि अपनी आत्मा के पिता को देखें, उनसे सर्व शक्तियां मुझ पाईंट आफ लाईट में आ रही है, ऐसा महसूस करें, परमपिता परमात्मा मेरे सामने है, जो मेरे परमपिता परमात्मा, मेरे मेरे माता-पिता, बंधु, सखा सब कुछ है। मं शान्त स्वरूप आत्मा हूँ, शांति के सागर परमात्मा की संतान हूँ
दुर्ग। ब्रह्माकुमारीज के बघेरा स्थित आनंद सरोवर भवन के विशाल सभागार में "आजादी का अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर" के तहत कार्यक्रमों की श्रृंखला में रविवार 26 जून को शाम 6 बजे टीवी सीरियल अकबर बीरबल के कलाकार इंडिया, एशिया और वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर युवा जादूगर हैरी और जादूगर कौशल का रोमांच और मनोरंजन से भरपूर एक पारिवारिक सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सुषमा दुबे (सहायक प्राध्यापक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र) व अरुण कुमार दुबे (चीफ मैनेजर छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक) थे। कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्माकुमारी दुर्ग की संचालिका रीटा बहन द्वारा अतिथियों का स्वागत करने से हुआ। कार्यक्रम को सबोंधित करते हुए उन्होेंने कहा कि जादू के प्रोग्राम में सर्वोच्च जादूगर परमपिता परमात्मा "शिव" जिसने सर्व मनुष्य आत्माओं को मनुष्य से देवता बना दिया, का स्वागत करते हंै।
ब्रह्माकुमारीज की वरिष्ठ राजयोगी शिक्षिका रूपाली बहन ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में हम कुछ बातें देश व स्वयं की आजादी के बारे में करते हैं। उन्होंने कहा, देश तो आजाद हो गया लेकिन क्या हम सभी बुराई से खुद आजाद हो पाएं हैं। मन के नकारात्मक विचार, शारीरिक बीमारियों का कारण है। उन्होंने कहा कि यहाँ सिखाए जाने वाले राजयोग से हम अपने मन व शरीर के मालिक बन जाते हैं। राजयोग मेडिटेशन एक ऐसी विधि है जिससे आत्मा से परमात्मा का मिलन होता है, सकारात्म विचार व कर्म करने की प्रेरणा मिलती हैं। अपने अन्तर्मन में श्रेष्ठ विचार व संकल्प भर लें तो मन प्रफुल्लित व खुश रहता है, उसके लिए एक संकल्प अपने मन में भर लें मैं भगवान का बच्चा हूं, मैं इस संसार में श्रेष्ठ हूँ, मैं सुखी हूँ, मैं स्वस्थ हूँ। हमारे यह मानते ही कि हम भगवान के बच्चे हैं, परमात्मा की सर्व गुण व शक्तियां स्वयं में समा जाती है। यही राजयोग मेडिटेशन की विधि हैं। रूपाली बहन ने मेडिटेशन कराया।
तत्पश्चात जादूगर हैरी व कौशल का रोमांच व मनोरंजन से भरपूर जादू का शो आयोजित हुआ जिसमें उन्होंने भिन्न-भिन्न जादू के मायाजाल दिखाएं। आयोजन में लगभग 3000 लोग मौजूद थे।