रियाद : सऊदी अरब के मगरिब में रेंगने वाले समुंद्री जानदारों की लाखों साल कब्ल की बाकियात (अवशेष) की दरयाफत ने माहिरीन आसारे-ए-कदीमा को हैरान कर दिया है। बहीरा अहमर डेवलपमैंट कंपनी के ऐलान के बाद मंगल के रोज सऊदी ज्यूलोजीकल सर्वे की शराकत से ममलकत में सबसे बड़ा सर्वे प्रोजेक्ट के दौरान ये बाकियात मिलें।
इस मंसूबे के तहत की जाने वाली खुदाई के दौरान समुंद्री छिपकली की हड्डियां दरयाफत हुईं। माहिरीन के ख़्याल में ये हड्डिया ं80 मिलियन साल कब्ल मौजूद जानदारों की हैं। इस मंसूबे के दौरान खुदाई के पहले 10 दिनों में ये पेश-रफ़्त सामने आई। रैड सी डेवलपमंट कंपनी के 'सीईओ’ जान पागानो ने कहा कि एडवेंचर की रूह हमेशा दरयाफ्त के जोहर से वाबस्ता रही है। उन्होंने मजीद कहा कि ये जगह पहले से ही सऊदी अरब में जेर-ए-आब आसारे-ए-कदीमा की खुदाई का मर्कज रही है। उनका कहना था कि अर्जीयाती सर्वे से पता चलता है कि खुश्की पर दरफ़्यात होने वाले ये फौसलज लाखों साल कब्ल जेर-ए-आब थे। ये दरयाफत इस बात का वाजेह इशारा है कि इस खित्ते में जिंदगी लाखों साल पहले भी मौजूद थी। पागानो ने अपनी बात जारी रखते हुए मजीद कहा कि ये शराकतदारी कंपनी के पुख़्ता अजम की तौसीअ है जो कि एक रईल स्टेट डेवलपमैंट कंपनी है। ये कंपनी उन मौजूदा कुदरती खजानों को तलाश करने, उनकी हिफाजत करने और उन्हें इंतिहाई मुनासिब तरीके से दुनिया को दिखाने के लिए कोशां है। उन्होंने ममलकत सऊदी अरब में बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए उम्मीद जाहिर की कि ये नए काम साहिल समुंद्र के करीब दफन कदीम विरसे की दरयाफत पर काम को फरोग देने की एक इजाफी वजह होंगे। काबिल-ए-जिÞक्र है कि बहीरा अहमद की तरक़्कीयाती कंपनी मुनफरद अर्जीयाती एहमीयत के हामिल इलाकों की निशानदेही करने के लिए अथार्टी के साथ काम जारी रखे हुए है जिससे जजीरानुमा अरब की भरपूर कुदरती तारीख को दरयाफत करने में बहीरा अहमद की पायदार मंजिÞल की तरफ से पेश करदा सयाहती तजुर्बात में इजाफा करेगी।
सउदी पासपोर्ट पर ऊंटों की तसावीर
रियाज : सऊदी अरब के ऊंट क्लब ने सऊदी पासपोर्ट की तसावीर शाइआ की हैं। ये सऊदी अरब के नए पासपोर्ट की तस्वीर है जिसमें ऊंटों का एक रेवड़ भी दिखाया गया है। पासपोर्ट पर ऊंटों की तस्वीर दरअसल ममलकत (मुल्क) में ऊंटों की अफ़्जाइश-ए-नस्ल (प्रजनन) और उनके फरोग के लिए हुकूमती सतह पर होने वाली कोशिशों की अक्कासी है। ऊंट कलब ने नए सऊदी पासपोर्ट के सफहात पर ऊंटों की तस्वीरें शामिल करने पर खुशी का इजहार करते हुए कहा कि हमें फखर है कि हमारा नया पासपोर्ट हमारी सकाफ़्त और तहजीब की अलामत है। ये अल्लाह का तोहफा है। गौरतलब बात ये है कि सऊदी अरब में हर साल ऊंटों के लिए एक खुसूसी मेला मुनाकिद किया जाता है जिसमें लाखों मालियत के इनामात तकसीम किए जाते हैं और ऊंटों की रेस के मुकाबले मुनाकिद किए जाते हैं।