अजमेर : मोहम्मद हासम अली
हजरत ख्वाजा गरीब नवाज़ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह से ख्वाजा फखर रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह सरवाड़ शरीफ के लिए अंजुमन सैयद जादगान की जानिब से शानो शौकत के साथ चादर रवाना की गई। जुलुस में मलंगों ने हैरतअंगज करतब दिखाकर लोगों को हैरान कर दिया वहीं कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश कर अपनी अकीदत का इजहार किया।
हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के बड़े साहबजादे हजरत ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स पाक के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी अंजुमन सैयदजादगान की जानिब से शानो शौकत के साथ चादर की गई। दरगाह ख्वाजा साहब में दोपहर की खिदमत के बाद 3:30 बजे सूफियाना कलाम के साथ चादर का जुलुस शुरू हुआ जो दरगाह के मुख्तलिफ हिस्सों से होता हुआ दरगाह के निजाम गेट पहुचा। वहां से नला बाजार, घसेटी बाजार, मदार गेट होता हुआ रेल्वे स्टेशन पहुंचा जहां बस के जरिये चादर सरवाड़ शरीफ दरगाह भेजी गईं।
अंजुमन की जानिब से रवाना की गई यह चांद की पांच तारीख बमुताबिक 9 फरवरी को असर की नमाज के बाद हजरत ख्वाजा फखरुद्दीन की मजार पर पेश की जाएगी। हर साल 3 शाबान को इस चादर का जुलुस इसी तरह निकाला जाता है। जुलूस में शामिल मलंग हैरतअंगज करतब दिखाते हुए आगे चल रहे थे। शाही कव्वाल सूफियाना कलाम के साथ रेलवे स्टेशन तक पहुंचे। जुलुस में बड़ी तादाद में जायरीन व आशिकाने ख्वाजा शामिल थे। ख्वाजा साहब की दरगाह से लेकर अजमेर रेल्वे स्टेशन तक जुलूस के साथ पुलिस का भारी बल मौजूद था।