सूरजपुर : सूरजपुर के मोहम्मद मुर्तुजा उर्फ बोखी की दरियादिली और पहल से सूरजपुर के 41 बुजुर्ग पिछले दिनों बिश्रामपुर रेल्वे स्टेशन से अजमेर शरीफ के लिए रवाना हुए। बुजुर्गों के आने जाने व अजमेर में होने वाला तमाम खर्च मोहम्मद मुर्तजा कर रहे हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना बंद हो गई है। योजना के बंद होने से सबसे ज्यादा नुकसान बुजुर्गों को हुआ है। योजना के तहत बुजुर्गों को अलग-अलग जगहों की जियारत का मौका मिल जाता था। बुजुर्गों के ख्वाहिश व अरमान को देखते हुए सूरजपुर (महगवां) के रहने वाले मोहम्मद मुर्तुजा उर्फ बोखी ने 10 मार्च को बिश्रामपुर रेल्वे स्टेशन से गांव के 41 लोगों को अपने निजी खर्च से अजमेर शरीफ के लिए रवाना किया। जियारत के लिए जाने वालों का मोहल्ले के लोगों ने इस्तकबाल किया। बुजुर्गों की देखभाल व दीगर जरूरियात के मद्देनजर मोहम्मद मुर्तुजा उर्फ बोखी के साथ महगवां के ही जियाजुल हक व मोहम्मद इम्तियाज उर्फ मुन्ना भाई भी अजमेर शरीफ के लिए रवाना हुए।
ख्वाजा के दर पहुंची अदाकारा कौर
मखमली चादर व अकीदत के फूल पेश कर मांगी दुआ
मो. हासम अली : अजमेर
बॉलीवुड अदाकारा अचिंत कौर ने हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह में मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश कर मन्नत का धागा बांधा। खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी ने उन्हें जिÞयारत करई और दुपट्टा ओढ़ा कर तबर्रुकात दिया। अंचित कौर ने कई फिल्म व टीवी शो कहानी घर-घर की और क्योंकि सास भी कभी बहू थी...वगैरह में अपना किरदार निभाया है।