मोहर्रम के मौके पर हजरत इमाम हुसैन की याद में वैदिक ग्रुप की एमडी सैय्यद सलमा ने गुजिश्ता दिनों संजीवनी वृद्धा आश्रम में बुजुगोंर् को खाना खिलाया। इस मौके पर बुजुर्गों ने अपनी रूदाद सुनाते हुए वैदिक ग्रुप को नेक दुआओं से नवाजा।
बुजुर्गों से खिताब करते हुए ग्रुप की एमडी सैय्यद सलमा ने कहा, हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने इन्सानियत और अपने नाना जान की उम्मत के लिए शहीद होकर एक पैगाम दिया। भूखा-प्यासा रहकर हजरत इमाम हुसैन ने करबला में सब्र करते हुए जाम-ए-शहादत नोश फरमाना कबूल किया लेकिन जालिमों के आगे सर नहीं झुकाया। भूख की तड़प भूखा ही जानता है, इसलिए हमपर लाजिम है कि हम अपने आसपास के हर जरूरतमंदों का ख्याल रखें, अपने वालदैन और बुजुर्गों की खिदमत करें।
इस मौके पर वैदिक ग्रुप की एमडी सैय्यद सलमा के अलावा शोभा सेन्डे, प्रभा दीदी, प्रिया, परितोष शर्मा, आशा शर्मा, सैय्यद ताजुद्दीन और मीना कुमारी सहित ग्रुप की पूरी टीम मौजूद थी।