जिल हज्ज-1445 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
तुम में से सबसे ज्यादा मुझे वो शख्स अजीज है, जिसकी आदत व अखलाख अच्छे हों।
- बुखारी शरीफ
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✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब में वज़ारत हज-ओ-उमरा और ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के प्रोग्राम के तहत मेहमानों की आमद का सिलसिला जारी है। प्रोग्राम के तहत 88 मुल्कों से 2322 मर्द-ओ-ख़वातीन को इस साल हज के लिए खुसूसी तौर पर बुलाया गया है। ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के हज प्रोग्राम के मेहमानों के तौर पर 15 मुल्कों से 223 आज़मीन-ए-हज्ज 1445 हिज्री के माह जिलहज्ज की तीसरी तारीख़ को मक्का मुकर्रमा पहुंचे। प्रोग्राम के तहत अब तक 66 मुल्कों के 683 आज़मीन-ए-हज्ज सऊदी अरब पहुंच गए हैं। वज़ारत हज की तरफ़ से मेहमानों को मरबूत सहूलयात फ़राहम की गईं ताकि वो सहूलत से और आरामदेह माहौल में मनासिक हज अदा कर सकें। वज़ारत हज ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के मेहमानों के अलावा बाक़ी मेहमानों का भी सऊदी अरब पहुंचने पर इस्तिक़बाल कर रही है।
वज़ारत की जानिब से वर्किंग कमेटियों के ज़रीये आने वाले मेहमानों को ख़िदमात फ़राहम की जा रही हैं। हज के मनासिक को अंजाम देने के साथ-साथ आने वाले मेहमानों को मस्जिद नबवी 000 और वहां की तारीख़ी यादगारों की जियारत के लिए मौक़ा फ़राहम किया जाएगा और इस दौरान पूरी सिक्योरिटी फ़राहम की जाएगी।
मज़ीद एक हज़ार फ़लस्तीनी अदा करेंगे फ़रीज़ा हज
ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन शाह सलमान बिन अबदुल अज़ीज़ ने इतवार को ग़ज़ा की पट्टी में जारी लड़ाई में हलाक या ज़ख़मी होने वाले फ़लस्तीनीयों के ख़ानदान के मज़ीद एक हज़ार अफ़राद को शाही मेहमान के तौर पर हज कराने के अहकामात जारी किए हैं।
खबरों के मुताबिक़ इस साल फ़लस्तीन से फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए आने वाले शाही मेहमानों की तादाद दो हज़ार हो गई है। इससे कब्ल शाह सलमान बिन अबदुल अज़ीज़ ने दुनियाभर के 88 ममालिक के दो हज़ार 322 अफ़राद को ख़ुसूसी दावत पर फ़रीज़ा हज के लिए मदऊ किया था जिनकी आमद का सिलसिला जारी है। उनमें एक हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज फ़लस्तीन में हलाक होने और ज़ख़मी होने वाले शहरीयों के लवाहिक़ीन में से थे।
याद रहे ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के मेहमान प्रोग्राम पर अमल दरआमद और निगरानी वज़ारत इस्लामी उमूर, दावत-ओ-इरशाद करती है। सऊदी वज़ीर इस्लामी उमूर डाक्टर अबदुल लतीफ़ बिन अबदुल अज़ीज़ अल शेख़ ने मज़ीद फ़लस्तीनीयों को शाही मेहमान के तौर पर हज कराने के अहकामात पर ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन का शुक्रिया अदा किया है। ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के मेहमान प्रोग्राम के तहत अब तक मुख़्तलिफ़ मुल्कों से 60 हज़ार अफ़राद शाही मेहमान के तौर पर फ़रीज़ा हज अदा कर चुके हैं।
बैतुल्लाह के ज़ाइरीन की ख़िदमत के लिए अथार्टी की तरफ़ से वो तमाम सहूलयात फ़राहम की जा रही हैं, जिन्हें ज़मीनी और फ़िज़ाई टीमें अंजाम दे रही हैं। हज सीज़न के लिए हिलाल अह्मर अथार्टी के सरकारी तर्जुमान डाक्टर यूसुफ़ अलसफ़ियान ने बताया कि अथार्टी ने दीगर शोबों के साथ एंबुलेंस टीमों के कामों को आसान बनाने और तर्तीब में इंज़िमाम के लिए अथार्टी के मुलाज़मीन से राबिता करने वालों को मुताल्लिक़ा हुक्काम के साथ मुंसलिक किया है।
हिलाल अह्मर अथार्टी ने तिब्बी डीपोर्टेशन सैंटर में तकनीकी सहूलयात मुहय्या की हैं ताकि रिस्पांस की रफ़्तार की बलंद तरीन शरह हासिल की जा सके । इन मराकज़ में में 24 घंटे के दौरान 3 शिफ्टों में काम किया जा रहा है।
खबरों के मुताबिक़ इस साल फ़लस्तीन से फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए आने वाले शाही मेहमानों की तादाद दो हज़ार हो गई है। इससे कब्ल शाह सलमान बिन अबदुल अज़ीज़ ने दुनियाभर के 88 ममालिक के दो हज़ार 322 अफ़राद को ख़ुसूसी दावत पर फ़रीज़ा हज के लिए मदऊ किया था जिनकी आमद का सिलसिला जारी है। उनमें एक हज़ार आज़मीन-ए-हज्ज फ़लस्तीन में हलाक होने और ज़ख़मी होने वाले शहरीयों के लवाहिक़ीन में से थे।
याद रहे ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के मेहमान प्रोग्राम पर अमल दरआमद और निगरानी वज़ारत इस्लामी उमूर, दावत-ओ-इरशाद करती है। सऊदी वज़ीर इस्लामी उमूर डाक्टर अबदुल लतीफ़ बिन अबदुल अज़ीज़ अल शेख़ ने मज़ीद फ़लस्तीनीयों को शाही मेहमान के तौर पर हज कराने के अहकामात पर ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन का शुक्रिया अदा किया है। ख़ादिम हरमैन शरीफ़ैन के मेहमान प्रोग्राम के तहत अब तक मुख़्तलिफ़ मुल्कों से 60 हज़ार अफ़राद शाही मेहमान के तौर पर फ़रीज़ा हज अदा कर चुके हैं।
हुज्जाज किराम की ख़िदमत के लिए सऊदी हिलाल अह्मर की तरफ़ से 96 मराकज़ तैयार
सऊदी हिलाल अह्मर अथार्टी की मेडिकल टीमों ने 1445 हिज्री के हज के दौरान जईफुर्रहमान की ख़िदमत के लिए 96 से ज़्यादा मुंतकली मराकज़ तैयार किए हैं। इस साल हज के सीज़न में टीमों ने एंबुलेंस सर्विस का पहला आग़ाज़ किया है।बैतुल्लाह के ज़ाइरीन की ख़िदमत के लिए अथार्टी की तरफ़ से वो तमाम सहूलयात फ़राहम की जा रही हैं, जिन्हें ज़मीनी और फ़िज़ाई टीमें अंजाम दे रही हैं। हज सीज़न के लिए हिलाल अह्मर अथार्टी के सरकारी तर्जुमान डाक्टर यूसुफ़ अलसफ़ियान ने बताया कि अथार्टी ने दीगर शोबों के साथ एंबुलेंस टीमों के कामों को आसान बनाने और तर्तीब में इंज़िमाम के लिए अथार्टी के मुलाज़मीन से राबिता करने वालों को मुताल्लिक़ा हुक्काम के साथ मुंसलिक किया है।
हिलाल अह्मर अथार्टी ने तिब्बी डीपोर्टेशन सैंटर में तकनीकी सहूलयात मुहय्या की हैं ताकि रिस्पांस की रफ़्तार की बलंद तरीन शरह हासिल की जा सके । इन मराकज़ में में 24 घंटे के दौरान 3 शिफ्टों में काम किया जा रहा है।