रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
विसाल (17 रमज़ान)
- शोहदा-ए-बद्र रिज़वानुल्लाहि तआला अलैहिम अजमईन
- हज़रत उम्मुल मोमेनीन सय्यदना आईशा सिद्दीक़ा रज़ियल्लाहु तआला अन्हा
- हज़रत टीपू सुल्तान रहमतुल्लाहि तआला अलैहि
हदीस-ए-नबवी ﷺ
'' रमजान में घर वालों पर खुलकर खर्च किया करो क्योंकि रमजान के महीने में खर्च करना अल्लाह ताअला की राह में खर्च करने की तरह है। ''- अल जामिउस्सगीर
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✅ अलीगढ़ : आईएनएस, इंडिया
अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी (एएमयू) में बुध को यूनीवर्सिटी के बानी (फाउंडर) सर सय्यद अहमद ख़ां की बरसी मनाई गई। यूनीवर्सिटी की जामा मस्जिद में नमाज़ ज़ुहर के बाद क़ुरआन ख़वानी का एहतिमाम किया गया, उसके बाद वाइस चांसलर प्रोफेसर मुहम्मद गुलरेज़ ने मस्जिद के अहाते में वाके सर सय्यद की तुर्बत पर गुलहाए अक़ीदत पेश किए। इस मौक़ा पर एएमयू रजिस्ट्रार मुहम्मद इमरान आईपीएस, प्रोफेसर रफ़ी उद्दीन (डीएसडब्लयू), प्रोफेसर मुहम्मद वसीम अली (प्रॉक्टर), प्रोफेसर तौक़ीर आलिम (डीन, फैकल्टी आफ़ थयालोजी), प्रोफेसर मुहम्मद हबीबउल्लाह (चेयरमैन, शोबा सुन्नी दीनयात और नाज़िम दीनयात), डाक्टर फ़ारूक़ अहमद डार, डाक्टर शमीम अख़तर, प्रोफेसर ज़की अनवर सिद्दीक़ी (एमआईसी, लैंड गार्डन) और यूनीवर्सिटी के दीगर अहलकार, असातिज़ा और तलबा मौजूद थे।
हम कोर्ट के फ़ैसले को समझने की कोशिश कर रहे हैं : चेयरमैन यूपी मदरसा बोर्ड
लखनऊ : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी मुदर्रिसा एक्ट को कुलअदम (अमान्य) क़रार दिया था। कोर्ट के फ़ैसले से जहां रियासत के अहले मदारिस परेशान हैं वहीं दूसरी तरफ़ ख़ुद मुदर्रिसा बोर्ड के ज़िम्मादारान भी नहीं समझ पा रहे हैं कि उन्हें क्या करना है।मुआमले में यूपी मुदर्रिसा बोर्ड के चेयरमैन डाक्टर इफ़्तिख़ार अहमद जावेद का कहना है कि हम कोर्ट के फ़ैसले का एहतिराम करते हैं और उसे समझने की कोशिश कर रहे हैं। वाजेह हो कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुताबिक़, यूपी मुदर्रिसा एक्ट जो 2004 मैं मुतआरिफ़ कराया गया था, उसमें मसाइल हैं और ये ग़ैर आईनी है। ऐसे में जावेद का कहना है कि हम फ़ैसले को समझने की कोशिश कर रहे हैं और आने वाले दिनों में फ़ैसला करेंगे कि कैसे काम करना है।
उन्होंने मज़ीद कहा कि यूपी मुदर्रिसा एक्ट 2004 जिस पर 20 साल तक अमल किया गया, अगर कोई मसला था तो हुकूमत फ़ैसला कर सकती है कि इन मसाइल को कैसे हल किया जाए। एक्ट में तरमीम की जा सकती है या नया एक्ट मुतआरिफ़ कराया जा सकता है। हम उसका तजज़िया कर के फ़ैसला करेंगे।
मेरठ में मोबाइल फटने से 4 बच्चों की मौत
मेरठ : मेरठ के मोदी पूरम की जनता कॉलोनी में किराए के मकान में रहने वाले एक मज़दूर के घर में शॉर्ट सर्किट की वजह से मोबाइल फ़ोन फट गया जिससे कमरे में आग लग गई। कमरे में मौजूद चार बच्चे बुरी तरह झुलस गए। बच्चों को बचाने आया जोड़ा भी आग में झुलस गया। लोगों ने पुलिस को इत्तिला दी जिसके बाद किसी तरह आग पर क़ाबू पाया गया।पुलिस ने घायलों को पहले प्राईवेट अस्पताल और बाद में मेडिकल अस्पताल में दाख़िल कराया, जहां ईलाज के दौरान चारों बच्चों की मौत हो गई। फ़िलहाल जोड़े की हालत ठीक है। बच्चों की माँ को तशवीशनाक हालत में दिल्ली के एम्स अस्पताल में दाख़िल कराया गया है, वालिद की हालत भी तशवीशनाक (चिंताजनक) है। वो मेडीकल में दाख़िल है।
मुज़फ़्फ़र नगर ज़िला के सुखेडा का रहने वाला जानी (41) मज़दूरी करता है। वो अपनी बीवी बबीता (37) और चार बच्चों सारीका (10)، निहार यक्का (8)، गोलू (6) और कालू (5) के साथ मोदी पूरम के जनता कॉलोनी में एक मकान में किराए पर रहता है। बताया गया कि हफ़्ते की शाम बच्चे कमरे में खेल रहे थे। कमरे में बेड पर तारें बिखरी हुई थीं और बच्चे मोबाइल चार्जर को इलेक्ट्रीकल बोर्ड में लगा रहे थे। चार्जर लगाते वक़्त शॉर्ट सर्किट हो गया। तारों में आग लगने से मोबाइल फ़ोन फट गया और बेड में आग लग गई।
धमाके और बच्चों का शोर सुनकर जानी और बबीता किचन से कमरे की तरफ़ भागे। दोनों ने जली हुई हालत में बच्चों को आग से बाहर निकाला। बच्चों को बचाते हुए बबीता और जानी भी बुरी तरह झुलस गए। जानी के घर से चीख़ने की आवाज़ सुनकर पड़ोसी पहुंच गए। एसपी सिटी आयूष विक्रम सिंह ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। बच्चे और जोड़े बुरी तरह झुलस गए। चारों बच्चों की मौत हो गई।