रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
विसाल (11 रमज़ान)
हज़रत ख्वाजा सय्यद मिस्बाहुल हसन अलैहिर्रहमा,फफूंद शरीफ
शब-ए-कद्र
'' हजरत आयशा रदि अल्लाहु अन्हु ने फरमाया -या रसूल अल्लाह ﷺ अगर मुझे शब-ए-कद्र मिल जाए तो क्या दुआ करु। तो आप ﷺ ने फरमाया -अल्लाहुम्मा इन्ना-क अफुवन तुहिब्बुल अफवा फा-अ-फो अन्नी। पढ़ा करो। ''(तर्जुमा- या अल्लाह तू माफ करने वाला है और माफ करने को पसंद करता है इसलिए मुझे माफ फरमा)
- सुनन इब्ने माजा
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2024 के खुशहाल मुल्कों की फेहरिश्त जारी
कौन शामिल कौन बाहर
✅ लंदन : आईएनएस, इंडिया
2024 मैं दुनिया के ख़ुशतरीन ममालिक की रिपोर्ट जारी कर दी गई है जिसमें फिनलैंड को दुनिया का सबसे ज्यादा खुशहाल मुल्क बताया गया है। यह सातवां साल है जब फिनलैंड को लगातार सातवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल मुल्क के एजाज से नवाजा गया है।अमरीकी टीवी चैनल सीएनएन के मुताबिक़ हालिया रिपोर्ट में पहली बार मुख़्तलिफ़ उम्र के लिहाज़ से ग्रुपों की अलग-अलग दर्जाबन्दी शामिल है जिसके बाद ये बात सामने आई है कि दुनिया के कुछ हिस्सों में नौजवान अपनी ज़िंदगी से मुतमइन नहीं हैं। शुमाली अमरीका से ताल्लुक़ रखने वाले नौजवानों में ख़ुशी की शरह तेज़ी से कम होती देखी गई है और वो ज़्यादा उम्र के अफ़राद के मुक़ाबले में कम ख़ुश हैं। ख़ुशी की कम होती शरह के बाइस अमरीका पहली बार टाप 20 ममालिक की फेहरिस्त से बाहर हो गया है।
फेहरिस्त में अमरीका के नीचे आने की एक वजह ये भी रही कि दूसरे ममालिक जिनमें ज़्यादातर का ताल्लुक़ मशरिक़ी यूरोप से है, के रिहायशियों को ख़ुश होने के ज़्यादा मौके मयस्सर आए। रिपोर्ट के मुताबिक़ फेहरिस्त अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की जानिब से मुक़र्रर किए जाने वाले खुशी के आलमी दिन के मौक़ा पर जारी की गई है। रिपोर्ट में 140 से ज़ाइद ममालिक के लोगों का डेटा शामिल किया गया है जिसमें 2021 से 2023 तक के तीन बरसों के दौरान रिहायशियों की औसत उम्र के जायज़े की बुनियाद पर ख़ुशी की दर्जाबंदी की गई है। रिपोर्ट गैलप, ऑक्सफ़ोर्ड वेल बीइंग रिसर्च सैंटर, और अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के इदारा बराए पायदार तरक़्क़ी और अदारती बोर्ड ने मिलकर बनाई है।
आलमी खुशी की फेहरिस्त के एडीटर और यूनीवर्सिटी आफ़ ब्रिटिश कोलंबिया के प्रोफेसर जान हैली वेल का कहना है कि सर्वे में शिरकत करने वाले हर फ़र्द से उनके मेयार-ए-ज़िंदगी से मुताल्लिक़ सवाल पूछा गया। उनका कहना था कि 'इससे आपको मालूम होता है कि फिनलैंड बहुत सी खूबियों से मालामाल है। फिनलैंड में लोग हर वक़त एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते हैं, वहां आला मेयार के सेहत और तालीम के मौके दस्तयाब हैं। ख़ुशी की आलमी फेहरिस्त में फिनलैंड के बाद डेनमार्क दूसरे नंबर पर है जबकि उसके बाद बिलतर्तीब आइसलैंड, स्वीडन, इसराईल, नीदरलैंडज़, नार्वे, लक्समबर्ग, स्वीटजरलैंड, आस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कोस्टारिका, कुवैत, ऑस्ट्रिया, कैनेडा, बेलजीयम, आयरलैंड, चेक रीपब्लिक और बर्तानिया के नाम शामिल हैं।
बेगूसराय दुनिया का सबसे ज्यादा धूल वाला शहर, दिल्ली सबसे ज्यादा धूल वाली राजधानी
नई दिल्ली : एक रिपोर्ट के मुताबिक़ सूबा बिहार का बेगूसराय शहर दुनिया का सबसे धूल वाला शहर है। जबकि दिल्ली सबसे ख़राब हवा के मयार के साथ सबसे ज़्यादा धूल वाली राजधानी रही। स्विस आर्गेनाईज़ेशन आईक्यू एयर की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2023 के मुताबिक़ 54.4 माईक्रोग्राम फ़ी क्यूबिक मीटर की औसत सालाना पीएम 2.5 के साथ, हिन्दोस्तान की रिपोर्ट 2023 में 134 ममालिक में सबसे ख़राब रही। उसके बाद बंगला देश 79.9 माईक्रोग्राम फ़ी क्यूबिक मीटर और पाकिस्तान 73.7 माईक्रो ग्राम फ़ी क्यूबिक मीटर, इसमें हवा का तीसरा बदतरीन मेयार था।आलमी सतह पर बेगूसराय सबसे ज़्यादा आलूदा शहरी इलाक़े के तौर पर उभरा है, हालाँकि इस शहर का नाम 2022 की दर्जाबन्दी में भी नहीं था। उसी वक़्त, दिल्ली की पीएम 2.5 की सतह 2022 में 89.1 माईक्रो ग्राम फ़ी क्यूबिक मीटर से 2023 में 92.7 माईक्रोग्राम फ़ी क्यूबिक मीटर तक गिर गई। क़ौमी दार-उल-हकूमत को 2018 से लगातार चार बार दुनिया के सबसे आलूदा दार-उल-हकूमत के तौर पर दर्ज दिया गया है।
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