✒ न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया
अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की वीमन एजेंसी ने गाजा में इसराईली हमलों के नतीजे में ख़वातीन की शहादतों पर नसली ख़ात्में से ख़बरदार किया है। गाजा में इसराईल की जानिब से 7 अक्तूबर से शुरू होने वाली जारहीयत का सिलसिला जारी है जिसमें अब तक तक़रीबन 25 हज़ार फ़लस्तीनी शहीद हो चुके हैं, जिनमें ख़वातीन और बच्चों की बड़ी तादाद शामिल हैगाजा में इसराईली बरबरीयत पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की वीमन एजेंसी की जानिब से जारी बयान में कहा गया है कि गाजा में हर एक घंटे में दो माओं को कत्ल किया जा रहा है। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की वीमन एजेंसी के मुताबिक़ गाजा में इसराईली हमलों में मरने वालों में 70 फ़ीसद औरतें और लड़कियां शामिल हैं। दूसरी जानिब अरब मीडीया के मुताबिक़ इसराईली फ़ौज ने हफ़्ते की सुबह मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में कार्यवाहीयां कीं जिनमें 18 फ़लस्तीनी शहीद हो गए। रिपोर्टस में बताया गया है कि इसराईली फ़ौज के ज़्यादा-तर हमले अलशफ़ा अस्पताल के आस-पास किए गए हैं।
उधर अमरीकी क़ौमी सलामती के तर्जुमान ने मैक्सिको और चिली के आलमी अदालत इन्साफ़ से इसराईली हमलों पर तहक़ीक़ात के मुतालिबे पर कहा है कि इसराईल के जान-बूझ कर जंगी जराइम में मुलव्वस होने के कोई सबूत नहीं हैं।
इसराईली जंगी जराइम के ख़िलाफ़ फ़ौजदारी अदालत में भी दरख़ास्त दायर
लंदन : आलमी अदालत इन्साफ़ (अंतरराष्ट्रीय न्यायालय) के बाद इसराईल के ख़िलाफ़ जंगी जराइम की तहक़ीक़ात के लिए आलमी फ़ौजदारी अदालत में भी दरख़ास्त दायर कर दी गई है। मीडिया के मुताबिक़ मैक्सिको और चिली ने आलमी फ़ौजदारी अदालत में इसराईल के जंगी जराइम के ख़िलाफ़ मुशतर्का (साझा) दरख़ास्त दायर की है। मैक्सिको और चिली की दरख़ास्त में फ़लस्तीनीयों के ख़िलाफ़ इसराईली जंगी जराइम की तफ़तीश का मुतालिबा किया गया है।इससे कब्ल जुनूबी अफ़्रीक़ा ने आलमी अदालत इन्साफ़ में इसराईल के फ़लस्तीनीयों की नसल कुशी के ख़िलाफ़ दरख़ास्त दायर की थी जिस पर समाअत जारी है। दूसरी जानिब इसराईल अपनी हठधर्मी पर क़ायम है। इसराईली वज़ीर-ए-आज़म नेतन्याहू ने वाजेह तौर पर कहा है कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा (संयुक्त राष्ट्र) या कोई और ताकता हमें ग़ज़ा में कार्यवाईयों से नहीं रोक सकतीं। सात अक्तूबर से गाजा में जारी इसराईली कार्यवाईयों में अब तक 25 हज़ार के क़रीब फ़लस्तीनी जांबाहक़ और 65 हज़ार ज़ख़मी हो चुके हैं। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के मुताबिक़ गाजा की 85 फ़ीसद आबादी इसराईली बमबारी के बाइस बे-घर हो चुकी है, शदीद सर्द मौसम, ख़ुराक की क़िल्लत और बीमारीयों के बाइस बमबारी से ज़्यादा फ़लस्तीनीयों की हलाकत का ख़दशा है।
गाजा : फ़लस्तीन में इसराईल की वहशियाना बमबारी जारी है, उसी दौरान जंगज़दा शहर गाजा में रफा के पनाह गुजीन कैंप में सादगी के साथ शादी की एक तक़रीब मुनाक़िद हुई। रफा पनाह गुजीन कैंप में मुक़ीम फ़लस्तीनी दूल्हा मुहम्मद अलग़नदोर अपनी दुल्हन के साथ धूमधाम से शादी करना चाहता था, दोनों की शादी गाजा पर इसराईली जारहीयत से कब्ल तै थी, ताहम इसराईली वहशियाना बमबारी में उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा और पनाह गुजीन कैम्पों में रहना पड़ा है। शादी की तक़रीब इंतिहाई सादगी से हुई। टेंट को रंग-बिरंगी रौशनियों से सजाया गया, दूल्हे ने सादा पेंट और शर्ट जबकि दुल्हन ने चेहरे पर घूँघट और रिवायती सुर्ख़-रंग की कढ़ाई के साथ सफेद रंग का लिबास ज़ेब-ए-तन किया था।दूल्हे का कहना था कि वो अपनी शादी धूम धाम से करना चाहते थे और हर आम शख़्स की तरह वो भी चाहते थे कि अपनी शादी में अपने दोस्तों, कजिंस और रिश्तेदारों को मदऊ करें। नए शादीशुदा जोड़े के वालदैन का कहना था कि जंग तवील से तवीलतर होती जा रही थी इसलिए हमने ये बेहतर समझा कि इस सोगवार माहौल में ख़ुशी के नग़मे बिखेर दें ताकि लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहटें आएं और दुनिया जान ले कि हमारे हौसले और उम्मीद कितनी बुलंद हैं । याद रहे कि सात अक्तूबर से गाजा पर इसराईली हमलों में कम अज़ कम 24 हज़ार 762 अफ़राद मारे गए हैं और 62 हज़ार 108 ज़ख़मी हुए हैं। न्यूज एजेंसी की जानिब से जारी तसावीर में देखा जा सकता है कि निकाह के बाद क़रीबी रिश्तेदार दूल्हा और दुल्हन को गले मिल रहे हैं। एक और तस्वीर में देखा जा सकता है कि फ़लस्तीनी दूलहा अपनी दुल्हन का हाथ थामे हुए है।