नबी पाक से कहना, ‘आपकी उम्मत हमारा कत्ल होते देखती रही’ एक फलस्तीनी की दुहाई

नबी पाक से कहना, ‘आपकी उम्मत हमारा कत्ल होते देखती रही’ एक फलस्तीनी की दुहाई

गजा : आईएनएस, इंडिया 

गजा में इसराईली फौज की बमबारी से एक शख़्स के तमाम पोती और पोते शहीद हो गए, फलस्तीनी शख़्स की दुहाई देने की वीडीयो वाइरल हो गई है। गजा में पोते-पोती की तदफीन पर बूढ़े दादा की दुहाई देने की वीडीयो सामने आई है जिसमें शहीद बच्चों का दादा अपने पोती-पोतों की मय्यतों से मुखातब होकर कह रहा है ‘ ए मेरे बच्चों! जब रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम से तुम्हारी मुलाकात होगी, उन्हें ये जरूर बताना कि जब गजा के फलस्तीनी मुस्लमानों को टुकड़े-टुकड़े किए जा रहे थे, आपकी उम्मत खामोशी से हमारा तमाशा देख रही थी।’ 
    वाजेह रहे कि 7 अक्तूबर से गजा पट्टी पर जारी इसराईली वहशियाना हमलों में अब तक 11 हजार 78 फलस्तीनी शहीद हो चुके हैं। फलस्तीनी वजारत-ए-सेहत का कहना है कि इसराईली फोर्सिज की बमबारी में शहीद बच्चों की तादाद 4 हजार 506 हो गई है। वजारत-ए-सेहत का मजीद कहना है कि इसराईली बमबारी के बाइस गजा पट्टी के 135 तिब्बी मराकज और 21 अस्पताल नाकाबिल इस्तिमाल हो गए हैं। 

इस्माईल हनिया की पोती •ाी शहीद

खबर के मुताबिक मकबूजा फलस्तीन की मुजाहमती तंजीम हम्मास के सरबराह इस्माईल हनिया की पोती हमाम इस्माईल हनिया बमबारी में शहीद हो गई। इसराईली मीडीया के मुताबिक इस्माईल हनिया की पोती घर पर हुए इसराईली हमले में शहीद हुई हैं। रिपोर्टस के मुताबिक रुई हनिया इस्लामी यूनीवर्सिटी आफ गजा में मेडीकल की तालिबा थीं, वो बुराक स्कूल पर होने वाले इसराईली बमबारी में शहीद हुई है।

साल 2005 के बाद मगरिबी किनारे पर इसराईल जानलेवा हमला

गजा : इसराईली फौज ने जुमेरात को मकबूजा मगरिबी किनारे के शहर जनीन पर सन 2005 के बाद से मोहलिक तरीन (जानलेवा) हमला किया जिसमें तेल अबीब के मुताबिक दहशतगर्दों को निशाना बनाया गया। फलस्तीनी शहर जनीन, जो अस्करीयत पसंदों का एक मजबूत गढ़ समझा जाता है और इसराईली फौज अक्सर औकात यहां छापे मारती रहती है। ये इलाका जुमेरात को उस वक़्त दर्जनों धमाकों से हिल कर रह गया, जब इसराईल की बकतरबंद गाड़ियों ने सड़कों पर हल्ला बोल दिया। 
    रिपोर्टस के मुताबिक राइफलें और पाइप बम इस्तिमाल करने वाले फलस्तीनी इसराईल फौज से मुतसादिम हुए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक जनीन पनाह गजीन कैंप में 23,000 लोग रहते हैं। एएफपी ने अपने रिपोर्टरों के हवाले से कहा कि उन्होंने एक नकाबपोश अस्करीयत पसंद को फुटपाथ पर खून से लथपथ देखा जबकि दूसरे ने उसकी राइफल उठा कर इसराईली पोजीशन पर फायरिंग की। रिपोर्टर्ज ने मजीद तीन को जखमी होते देखा जबकि करीबी अस्पताल के मुर्दाखाने में पाँच लाशें देखी जहां मरने वालों के रिश्तेदार उनका सोग मनाते हुए रो रहे थे। फलस्तीनी वजारत-ए-सेहत ने कहा है कि इस हमले में 14 अफराद हलाक हुए जबकि तशद्दुद जुमेरात की शाम तक जारी रहा और जिसने उसे अकवाम-ए-मुत्तहिदा के रिकार्डज के मुताबिक 2005 के बाद से मगरिबी किनारे पर अब तक का मोहलिक तरीन हमला बना दिया। खबर के मुताबिक इसराईल की फौज ने जुमे को कहा कि उसने शहर में इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी की कार्यवाहीयां की हैं और मुसल्लह अस्करीयत पसंदों के एक ग्रुप पर हमला करने के लिए ड्रोन इस्तिमाल किया है। वजारत-ए-सेहत ने कहा कि जुमेरात को मगरिबी किनारे में एक और मुकाम पर चार और लोग हलाक हुए जिसके बाद सात अक्तूबर को इसराईल हम्मास जंग के आगाज से अब तक, मगरिबी किनारे में इसराईली फायरिंग में हलाक होने वाले फलस्तीनीयों की तादाद 180 से ज्यादा हो गई है। एएफपी के मुताबिक एक 39 साला फलस्तीनी कम्पयूटर इंजीनियर ने कहा कि ये रोजाना का मुआमला है। उसने कहा कि ये है हमारी जिंदगी बन गई है। उसके बाद फायरिंग का एक नया सिलसिला शुरू हुआ जिससे वहां इकट्ठे होने वाला एक हुजूम अफरा-तफरी का शिकार होने के बाद मुंतशिर (छितर-बितर) हो गया। 
    गजा की जंग सात अक्तूबर को इसराईल पर हम्मास के इस गैरमामूली हमले के बाद शुरू हुई जिसमें इसराईली ओहदेदारों के मुताबिक हलाक होने वालों में अक्सरीयत आम शहरीयों पर मुश्तमिल थी और जिस दौरान 220 से ज्यादा को यरगमाल बना लिया गया था। इसराईल ने, हम्मास को तबाह कर देने का दावा किया है और इंतिकामी कार्रवाई के तौर पर फिजाई बमबारी और जमीनी हमले कर रहा है, इन हमलों में हम्मास के जेर-ए-इंतिजाम गजा की पट्टी की वजारत-ए-सेहत के मुताबिक 10 हजार आठ सौ से ज्यादा लोग हलाक हो चुके हैं जिनमें से बेशतर आम शहरी हैं। मगरिबी किनारा, वो फलस्तीनी इलाका है, जिस पर इसराईल ने 1967 की अरब-इसराईल जंग के बाद कबजा कर लिया था, उस वक़्त अस्करीयत पसंदों को हदफ बना कर किए जाने वाले बढ़ते हुए हमलों के दौरान तशद्दुद की जद में रहा है।

गजा में जो कुछ हो रहा है, पूरी दुनिया पर उसके संगीन नताइज मुरत्तिब होंगे : सऊदी

न्यूयार्क : अकवाम-ए-मुत्तहिदा में सऊदी अरब के रिप्रेंजेटेटिव अब्दुल अजीज ने कहा कि गजा में जो कुछ हो रहा है, उसके असर से खित्ते और पूरी दुनिया पर संगीन नताइज मुरत्तिब होंगे। चैनल के मुताबिक सऊदी मंदूब अब्दुल अजीज ने कहा कि सऊदी अरब गजा से फलस्तीनीयों की जबरी बेदखली और शहरीयों को निशाना बनाने की मुजम्मत करता है। उन्होंने जुमे को अकवाम-ए-मुत्तहिदा की जनरल असेंबली के सामने सऊदी मौकिफ पेश करते हुए कहा कि कयामे अमन की जद्द-ओ-जहद, बैन-उल-अकवामी मुआहिदों की पाबंदी और खुदमुखतार फलस्तीनी रियासत के कियाम के लिए अमन मिशन को तर्जीह देना होगी। सऊदी रिप्रेंजेटेटिव ने कहा कि गजा का बोहरान दो रियास्ती हल और फलस्तीनी इलाकों पर से नाजायज कब्जा हटाने के सिलसिले में आलमी बिरादरी की लापरवाई का नतीजा है। उन्होंने खबरदार किया कि खित्ते में कश्मकश का दायरा वसीअ हो सकता है। उन्होंने इन्सानी इमदाद हंगामी बुनियाद पर गजा पहुंचाने का मुतालिबा किया। उन्होंने कहा कि इन्सानी अलमीए की मुजम्मत या फलस्तीनी अवाम के बावकार जिंदगी के हक की हिमायत और फलस्तीनीयों की जिंदगी के अलमनाक हालात का बाइस बनने वाले हमले की मुजम्मत के सिलसिले में आलमी बिरादरी की हिचकिचाहट अफसोसनाक है।


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