✒ न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया
इतवार को जंग 30 वें दिन इसराईली अखबार ने वजारत-ए-खजाना (वित्त मंत्रालय) के इब्तिदाई आदाद-ओ-शुमार का हवाला देते हुए रिपोर्ट पेश की है जिसमें बताया गया है कि हमास के साथ जारी जंग में इसराईल को 51 बिलियन डालर की चपत लग गई है। 51 बिलीयन डालर के इन अखराजात का ये तखमीना (अंदाजा) इसराईली जीडीपी के 10 फीसद तक पहुंच जाता है। इस तखमीने में जंग का हिसाब 8 से 12 माह तक जारी रहने का लगाया गया है। ये अंदाजा इस सूरत में है, जब जंग गजा तक महदूद रहे और इसमें लेबनान की हिज्बुल्लाह या ईरान या यमन के होसी शरीक ना हों।
इसराईली वजीर-ए-खजाना ने कहा था कि इसराईली हुकूमत फलस्तीनी हमलों से मुतास्सिर होने वालों के लिए एक इक्तिसादी इमदादी (आर्थिक सहायता) पैकेज तैयार कर रही है। ये कोविड-19 वबा के दौरान बनाए गए पैकेज से बड़ा होगा।
गजा में दाखिल होने वाले दाखिली रास्तों सिवाए रफा क्रासिंग प्वाईंट के बाकी को अमली तौर पर सील कर दिया गया है। अगरचे गजा में दाखिल होने वाली इमदाद में मुसलसल इजाफा हुआ है लेकिन ये तेजी से बढ़ती हुई जरूरीयात को पूरा करने के लिए काफी नहीं है। अरब न्यूज के मुताबिक अकवाम-ए-मुत्तहिदा के इदारे बराए पनाह गजीन यूनीसेफ के मुताबिक गजा में जारी कशीदगी के आगाज से अब तक बे-घर होने वालों तादाद 14 लाख तक पहुंच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों और खानदानों को पानी, खुराक और अदविया तक अमली तौर पर रसाई नहीं है। पूरी गजा की पट्टी बहुत कम या बगैर बिजली के जिंदगी गुजार रही है।
उनका कहना है, इस वक़्त गजा में वालदैन नहीं जानते कि वो आज अपने बच्चों को खाना खिला सकेंगे या नहीं और क्या वो आने वाले कल को देखने के लिए जिंदा •ाी रहेंगे या नहीं। मैककेन ने मिस्र में रफा बॉर्डर क्रासिंग से वापसी पर कहा कि 'सरहद के इस तरफ खड़े होने से सिर्फ चंद मीटर के फासले पर होने होने वाली तकलीफ नाकाबिल फहम है। उन्होंने कहा कि आज मैं इन लाखों लोगों के लिए फौरी दरखास्त कर रही हूँ, जिनकी जिंदगीयां इस बोहरान की वजह से बर्बाद हो रही हैं। मैककेन मिस्र का दो-रोजा दौरा मुकम्मल कर रही हैं जिसके दौरान उन्होंने मिस्र के सदर अब्दुल फताह अलसीसी से मुलाकात की।
इसराईली वजीर-ए-खजाना ने कहा था कि इसराईली हुकूमत फलस्तीनी हमलों से मुतास्सिर होने वालों के लिए एक इक्तिसादी इमदादी (आर्थिक सहायता) पैकेज तैयार कर रही है। ये कोविड-19 वबा के दौरान बनाए गए पैकेज से बड़ा होगा।
जंग से तबाह हो रही लाखों अफराद की जिंदगी
न्यूयार्क : अकवाम-ए-मुत्तहिदा के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सिंडी मैककेन ने इतवार को रफा क्रासिंग से गजा तक महफूज और वसीअ-तर इन्सानी रसाई (पहुंच) के लिए फौरी दरखास्त की है। उन्होंने कहा कि गजा में इन्सानी जरूरीयात आसमान को छू रही हैं और खुराक की फराहमी खतरनाक हद तक कम सतह तक पहुंच चुकी है।गजा में दाखिल होने वाले दाखिली रास्तों सिवाए रफा क्रासिंग प्वाईंट के बाकी को अमली तौर पर सील कर दिया गया है। अगरचे गजा में दाखिल होने वाली इमदाद में मुसलसल इजाफा हुआ है लेकिन ये तेजी से बढ़ती हुई जरूरीयात को पूरा करने के लिए काफी नहीं है। अरब न्यूज के मुताबिक अकवाम-ए-मुत्तहिदा के इदारे बराए पनाह गजीन यूनीसेफ के मुताबिक गजा में जारी कशीदगी के आगाज से अब तक बे-घर होने वालों तादाद 14 लाख तक पहुंच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों और खानदानों को पानी, खुराक और अदविया तक अमली तौर पर रसाई नहीं है। पूरी गजा की पट्टी बहुत कम या बगैर बिजली के जिंदगी गुजार रही है।
उनका कहना है, इस वक़्त गजा में वालदैन नहीं जानते कि वो आज अपने बच्चों को खाना खिला सकेंगे या नहीं और क्या वो आने वाले कल को देखने के लिए जिंदा •ाी रहेंगे या नहीं। मैककेन ने मिस्र में रफा बॉर्डर क्रासिंग से वापसी पर कहा कि 'सरहद के इस तरफ खड़े होने से सिर्फ चंद मीटर के फासले पर होने होने वाली तकलीफ नाकाबिल फहम है। उन्होंने कहा कि आज मैं इन लाखों लोगों के लिए फौरी दरखास्त कर रही हूँ, जिनकी जिंदगीयां इस बोहरान की वजह से बर्बाद हो रही हैं। मैककेन मिस्र का दो-रोजा दौरा मुकम्मल कर रही हैं जिसके दौरान उन्होंने मिस्र के सदर अब्दुल फताह अलसीसी से मुलाकात की।