✒ लंदन : आईएनएस, इंडिया इंटरनेशनल एनजीओ ‘सेव दी चिल्डर्न’ के डायरेक्टर बराए फलस्तीन जैसन ली का कहना है कि गजा में सूरत-ए-हाल बहुत खराब और संगीन होती जा रही है, जहां हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत और हर पाँच मिनट बाद एक बच्चा जख्मी हो रहा है। जैसन ली ने एक इंटरव्यू में कहा कि इसराईल-हम्मास तनाजे की •ाारी कीमत गजा के बच्चे अदा कर रहे हैं। जंग की वजह से गाजा की 60 फीसद आबादी बे-घर हो गई है। उन्होंने बताया कि बे-घर अफराद स्कूल, अस्पतालों या हर उस इमारत में पनाह तलाश कर रहे हैं, जिसे वो महफूज तसव्वुर करते हैं। लेकिन इन पनाह गाहों में पानी और खुराक के मुनासिब इंतिजामात नहीं हैं।
जैसन ली ने कहा कि जखमी होने वाले बच्चों और उनके अहल-ए-खाना के ईलाज के लिए सहूलतें मौजूद नहीं हैं जबकि मुतअद्दिद खानदानों को एक दिन में एक मर्तबा ही खाना मयस्सर है। गजा के बच्चों की जहनी सेहत से मुताल्लिक सवाल पर जैसन ली ने कहा कि सेव दी चिल्डर्न रिसर्च कर रही है और उसने गजा के बच्चों से बात •ाी की है। उनके बाकौल, हमने बच्चों में इजतिराब, मायूसी, खौफ और नींद में मुश्किल पेश आने जैसे मसाइल में इजाफा देखा है। उन्होंने कहा कि ये पहली जंग नहीं, जब गजा के बच्चे इन मसाइल से दो-चार हैं। हम जानते हैं कि माजी में होने वाले तनाजआत के •ाी उन पर असरात होते रहे हैं। जैसन ली ने कहा कि वो बच्चे जो अपने खानदानों के साथ जंग जदा इलाकों से निकल रहे हैं, वो खुद को तन्हा महसूस करते हैं। उनके बाकौल बच्चे एतिमाद और उम्मीद खो रहे हैं और वो यकीन नहीं करते कि उनका कोई मुस्तकबिल है। उन्होंने बताया कि खान यूनुस के इलाके में वाके एक स्कूल में साढ़े बाईस हजार अफराद पनाह लिए हुए हैं जबकि स्कूल में ज्यादा से ज्यादा लोगों की गुंजाइश दो हजार है और यहां मुतास्सिरीन की जरूरत को पूरा करने के सिर्फ 16 बाथरूम मौजूद हैं।
उनके बाकौल गुंजाइश से ज्यादा अफराद की वजह से स्कूल में मुतअद्दी अमराज (वि•िान्न बीमारियां) फैल रही हैं। वाजेह रहे कि फलस्तीनी अस्करी तंजीम हम्मास के सात अक्तूबर को इसराईल पर हमले में गैर मुल्कियों समेत 1400 अफराद मारे गए थे जबकि जंगजू 200 से ज्यादा अफराद को यरगमाल बना कर गजा की पट्टी ले गए थे। तंजीम हम्मास के हमले के बाद इसराईल की गजा की पट्टी में फिजाई-ओ-जमीनी कार्रवाई जारी है। इसराईल के हमलों में अब तक हम्मास के जे़र-ए-इंतजाम गजा की वजारत-ए-सेहत के आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक 10 हजार से ज्यादा अफराद मारे जा चुके हैं जिनमें बच्चों और खवातीन की बड़ी तादाद शामिल है। सेव दी चिल्डर्न के डायरेक्टर ने गजा में फौरी जंग बंदी का मुतालिबा करते हुए कहा है कि जंग बंदी की फौरी जरूरत है क्योंकि गजा में ऐसी कोई जगह नहीं बची जो महफूज हो। उन्होंने कहा कि गजा की 23 लाख आबादी में से नसफ (आधे) बच्चे हैं और लग•ाग ग्यारह लाख बच्चे इस तनाजा से मुतास्सिर हुए हैं।
जैसन ली के मुताबिक मरने वाले हर तीन में से दो खवातीन या बच्चे हैं, इसलिए जंग बंदी की फौरी जरूरत है और यही वो रास्ता है जिसके जरीये सिवीलियन की अम्वात रोकी जा सकती है।
फलस्तीन को बहैसीयत रियासत तस्लीम करने पर हो रहा गौर : बलजीम
ब्रूसेल्ज : योरपी मुल्क बेलजीम की वजीर बराए तरक्कियात तआवुन कैरोलीन जीन्ज ने कहा है कि उनका मुल्क फलस्तीन को रियासत तस्लीम करने पर गौर कर रहा है। योरपी यूनीयन और नेटो हेडक्वार्टर के हामिल अहम मुल्क बेलजीम के वजीर बराए तरक़्कीयाती तआवुन कैरोलीन जीन्ज ने अरब टीवी चैनल अल-जजीरा से गुफ़्तगु करते हुए कहा कि हमारी हुकूमत फलस्तीन को रियासत तस्लीम करने पर गौर कर रही है।बलजीम के वजीर का मजीद कहना था कि फलस्तीन में पायदार और तवील मुद्दती अमन हासिल करना जरूरी है। वाजेह रहे कि कैरोलीन जीन्ज इससे कब्ल •ाी इसराईल के गैर इन्सानी इकदामात पर तन्कीद करती रही हैं। बेलजीम के वजीर के मुताबिक गजा में जाने वाली इन्सानी इमदाद में इजाफा होना चाहीए। बेलजीम फलस्तीन के लिए 20 लाख यूरो की इजाफी इमदाद दे रहा है।