11 शव्वाल 1444 हिजरी
मंगल, 2 मई, 2023
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वजीर-ए-आला शिवराज का ऐलान
भोपाल : आईएनएस, इंडियामध्यप्रदेश के वजीर-ए-आला शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि गै़रकानूनी मदारिस और मध्य प्रदेश के उन इदारों का जायजा लिया जाएगा, जहां मुबय्यना तौर पर ताअस्सुब का सबक पढ़ाया जा रहा है।वजीर-ए-आला चौहान ने बुध को अमन-ओ-अमान की सूरत-ए-हाल का जायजा लेते हुए ये बात कही। सरकारी तौर पर मौसूल होने वाली इत्तिलाआत के मुताबिक अमन-ओ-अमान का जायजा लेते हुए वजीर-ए-आला चौहान ने कहा कि रियासत के गै़रकानूनी मदारिस, ऐसे इदारे जहां बुनियाद परस्ती की तालीम दी जा रही है, का जायजा लिया जाए। जुनूनीयत और इंतिहापसंदी को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मजीद कहा कि सोशल मीडीया पर नजर रखें, गुमराहकुन खबरें लिखने वालों की निशानदेही करें, गैर हस्सास, बुनियाद परस्ती पर मबनी तबसरे करने वालों की शिनाख़्त करें और जरूरी कार्रवाई करें।
पुलिस की जानिब से की गई बेहतर कार्रवाई पर मुबारकबाद देते हुए वजीर-ए-आला ने कहा कि शराब की दुकानों को बंद करने के बाद मुसलसल नजर रखें और इस बात को यकीनी बनाने के लिए कार्रवाई करें कि कहीं और से शराब फरोखत ना हो। ऐसे मुकामात को मुनहदिम कर दें। वजीर-ए-आला चौहान ने बालाघाट में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की खुसूसी तौर पर सताइश की। इस जायजा मीटिंग में रियासत के वजीर-ए-दाखिला डाक्टर नरोत्तम मिश्रा के साथ चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैस, डायरेक्टर जनरल आफ पुलिस सुधीर सक्सेना वगैरा मौजूद थे।
‘धर्म’ के रास्ते पर चल कर ही हिंदूस्तान बनेगा विश्वगुरु : भागवत
मुंबई : आरएसएस सरबराह मोहन भागवत ने कहा कि हिन्दोस्तान मजहब के रास्ते पर चल कर ही 'विश्व गुरु’ बनेगा और दुनिया को रास्ता दिखाएगा।मोहन भागवत बुरहानपूर में धर्म संस्कृत सभा से खिताब कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दोस्तान सिर्फ मजहब के रास्ते पर चलने से ही विश्व गुरु बन सकेगा। अगर हम सब मजहब की पैरवी करते रहेंगे, तो आने वाले 20-30 सालों में हिन्दोस्तान विश्व गुरु बन जाएगा जो दुनिया को एक नया रास्ता दिखाएगा। मोहन भागवत ने मजीद कहा कि मजहब का मतलब पूरी दुनिया की फलाह-ओ-बहबूद का एहसास कराना है। उन्होंने कहा हमें हक की राह पर चलकर अपना फर्ज अदा करना है और दुनिया को मजहब सिखाना है। हिन्दोस्तान में मुख़्तलिफ जबानों, फिरकों और मजाहिब के लोग रहते हैं। मुख़्तलिफ होने के बावजूद हम जानते हैं कि सारी तखलीक एक है। इसलिए हम हिंदू हैं। हमें एक-दूसरे के लिए बाहमी एहतिराम के साथ सबको साथ लेकर चलना है।