29 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमा, 21 अपै्रल, 2023
मोहम्मद जुनैद कुरैशी : बालोदरमजान उल मुबारक की 27वीं शब कलाम पाक मुकम्मल किया गया। इस मौके पर जामा मस्जिद के पेश इमाम हाफिज शकील को एक लाख रुपए, मोअज्जन शेख मुश्ताक को पचपन हजार रुपए, मुदर्रिस मुश्ताक पटेल को ग्यारह हजार रुपए का नजराना पेश किया गया। जमात ने पेश इमाम हाफिज शकील, मोअज्जन शेख मुश्ताक व मुदर्रिस मुश्ताक पटेल की गुलपोशी कर उनका इस्तकबाल किया। साथ ही जामा मस्जिद के मुतवल्ली शाहिद खान के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया। तरावीह के बाद इमाम साहब ने कौम से खिताब किया। उन्होंने रमजानुल मुबारक और 27 वीं शब की बरकतों और रहमतों पर गुफ्तगू की। नमाजे ईद और फितरा-जकात की अहमियत बताई। शहर के लोगों ने जमा मस्जिद में तरावीह के बाद शब बेदारी कर सलात-ओ-सलाम का नजराना पेश किया। खिदमत गुजारों का भी किया इस्तकबाल
इस मौके पर ऐतेकाफ में बैठे नवजवानों व आफ्तारी के वक्त रोजादारों के लिए प्लेट सजाने वाले बच्चों का भी इस्तकबाल किया गया। उन्हें हाजी सलीम तिगाला की जानिब से नजराना पेश किया गया। पेश इमाम, मोअज्जन और दीगर खिदमतगुजारों को हाजी अफजल रिजवी की जानिब से नजराना पेश किया गया। खलील अहमद खान की जानिब से मोअत्तकिफ (ऐतेकाफ करने वाले) बच्चों को तहाईफ (तोहफा) पेश किए गए। नासिर तिगाला की जानिब से भी पेश इमाम व मोअज्जन इनाम व इकराम से नवाजा गया। महफिल की निजामत शायराना (नातिया) अंदाज में आदिल हामिद सिद्दीकी ने की। जमात ने किया शुक्रगुजारी का इजहार
जामा मस्जिद बालोद में हर साल रमजानुल मुबारक के मौके पर लोगों का जोश देखने को मिलता है। मस्जिद की साफ-सफाई, अखराजात और खुसूसन शब-ए-कद्र के लिए जमाती सिदक दिल से हिस्सा लेते हैं। जमातियों ने मुतवल्ली शाहिद खान के तंई शुक्रगुजारी का इजहार करते हुए कहा कि मुतवल्ली शाहिद खान और उनकी पूरी टीम रमजानुल मुबारक का रमजानुल मुबारक के पूरे महीनें नमाजियों, रोजादारों और मोअत्तकिफ को इबादात की सहूलत फराहम कराने में गिरां कदर मेहनत और लगन का मुजाहिरा किया जो काबिल-ए-तारीफ है। जमात ने इसके लिए मुतवल्ली व उनकी टीम का खैरमकदम किया। इस मौके पर जमातियों ने खिदमतगुजारों शेख उजैब, अयान खान, अयाज, अमीर खान, अमजद अहमद, अयाज अहमद, अनसार अहमद, अर्श खान, हसन तिगाला, जीशान खान, तौशीफ रजा खान व अमजद तिगाला के अलावा जमाल नाशीर, अमन तिगाला, समीर खान, शादाब कुरैशी, रेहान तिगाला, समीर चौहान, उबैद अली, एजाज खान व अशरफ तिगाला की जानिब से मोअत्तकिफ की गुलपोशी कर उनका इस्तकबाल किया गया।