1 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमा, 24 मार्च 2023
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रियाद : आईएनएस, इंडिया सलामती से भरपूर रुहानी माहौल और तमाम सरकारी और निजी शोबों की जानिब से वसीअ तैयारियों के दरमयान रमजान उल-मुबारक की पहली रात मस्जिद हराम में नमाज-ए-तरावीह अदा की गई जिसमें बड़ी तादाद में लोगों ने शिरकत की।
अल्लाह के कलाम की समाअतों से लोगों पर रिक़्कत तारी हो गई। नमाजियों में वो सऊदी शहरी जाइरीन भी शामिल थे, जो बचपन से ही रूहानियत से भरपूर माहौल में नमाज तरावीह अदा करने मस्जिद हराम में आते हैं। सदारत आम्मा बराए उमूर मस्जिद हराम-ओ-मस्जिद नबवी (ﷺ) के तर्जुमान ने रमजान की बाबरकत महीने के लिए मस्जिद हराम की तैयारियों से आगाह किया। उन्होंने बताया कि रमजान उल-मुबारक के दौरान एक मरबूत आपरेशनल निजाम पूरी सलाहीयत से काम कर रहा होता है। सदारत आम्मा की जानिब से मस्जिद हराम में रास्तों और राहदारियों को तैयार कर दिया जाता है। तवाफ के खाहां अफराद के लिए गुंजाइश बढ़ाई जाती है। माजूर अफराद और दीगर तमाम जाइरीन को इबादत में सहूलत फराहम करने के लिए आलमी मयार के इकदाम को नाफिज किया जाता है।
अल्लाह के कलाम की समाअतों से लोगों पर रिक़्कत तारी हो गई। नमाजियों में वो सऊदी शहरी जाइरीन भी शामिल थे, जो बचपन से ही रूहानियत से भरपूर माहौल में नमाज तरावीह अदा करने मस्जिद हराम में आते हैं। सदारत आम्मा बराए उमूर मस्जिद हराम-ओ-मस्जिद नबवी (ﷺ) के तर्जुमान ने रमजान की बाबरकत महीने के लिए मस्जिद हराम की तैयारियों से आगाह किया। उन्होंने बताया कि रमजान उल-मुबारक के दौरान एक मरबूत आपरेशनल निजाम पूरी सलाहीयत से काम कर रहा होता है। सदारत आम्मा की जानिब से मस्जिद हराम में रास्तों और राहदारियों को तैयार कर दिया जाता है। तवाफ के खाहां अफराद के लिए गुंजाइश बढ़ाई जाती है। माजूर अफराद और दीगर तमाम जाइरीन को इबादत में सहूलत फराहम करने के लिए आलमी मयार के इकदाम को नाफिज किया जाता है।
उन्होंने वजाहत की कि मस्जिद के तमाम हाल जरूरत के मुताबिक तैयार हैं। मुख़्तलिफ साइज के कुरान-ए-पाक के नए एडीशन रख दिए गए हैं। इन नुस्खों में बाकायदा कुरआन, यूनीवर्सिटी का कुरआन, बड़े साइज का कुरआन और तर्जुमे शामिल हैं। कुरान-ए-पाक के अलफाज के मआनी और नाबीना अफराद के लिए ब्रेल कुरआन-ए-मजीद के नुस्खे भी फराहम कर दिए गए हैं। तिलावत की तसहीह की किस्तों के मुताल्लिक उन्होंने बताया कि तिलावत कुरान-ए-पाक की इस्लाह यानी तजवीद के प्रोग्राम की अकसात में सीजन के दौरान 127 से जाइद अकसात का इजाफा हुआ है। जहां तक खवातीन को फराहम की जाने वाली खिदमात का ताल्लुक है, खवातीन के लिए मस्जिद हराम में 30 हाल तैयार किए गए हैं। शुमाली चौकों में 8 हाल, मगरिबी चौकों में 6 हाल, पहली मंजिÞल पर खिदमत की इमारतों में 2 हाल, दूसरी मंजिÞल पर 4 हाल मुखतस किए गए हैं।
खवातीन हाजिरीन के लिए एक महफूज अकीदती माहौल और यकीन दहानी से भरपूर रुहानी माहौल से लुत्फ अंदोज होने के लिए सहूलयात फराहम की गई हैं। वाजिह रहे कि मस्जिद हरम और मस्जिद नबवी (ﷺ) के उमूर की जनरल पे्रजीडेंसी ने रमजान उल-मुबारक के बाबरकत महीने में 40 मिलियन लीटर से ज्यादा पानी जमजम की तकसीम के लिए 20 हजार प्वाईंटस मुखतस किए थे। बैन-उल-अकवामी मेयारात के मुताबिक उसकी पाकीजगी को यकीनी बनाने के लिए दस्तयाब जदीद तरीन मेकानिजम और टेक्नोलोजी का इस्तिमाल करके आसान तरीकों से पेशकश फराहम की गई है। उन्होंने मजीद बताया कि जमजम के बाबरकत पानी के 30 हजार कंटेनरज तैयार करके पूरी मस्जिद में तकसीम किए गए हैं।
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