11 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
सनीचर, 4 मार्च 2023
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रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब हर साल 11 मार्च को ‘पर्चम’ का कौमी दिन मनाएगा। सऊदी पे्रस एजेंसी के मुताबिक ये फैसला शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज की जानिब से बुध को जारी करदा शाही फरमान के तहत किया गया है।
11 मार्च 1937 को 27 जील हज 1355 हिज्री को पहली मर्तबा कौमी पर्चम का दिन मनाया गया था, जब साबिक सऊदी फरमांरवा शाह अब्दुल अजीज आॅल सऊद ने इस पर्चम को सऊदी ममलकत की नुमाइंदगी के तौर पर इखतियार किया था। सऊदी अरब का दो रंगा कौमी पर्चम दीने इस्लाम, इन्साफ, ताकत, तरक़्की और खुशहाली की अलामत है। सब्ज झंडे में सफेद रंग में अरबी जबान में कलिमा तय्यबा तहरीर है और इसी रंग में एक तलवार है। इसमें शामिल कलिमा तय्यबा मुस्लमानों के अकीदे की नुमाईंदगी करता है जिसका तर्जुमा है: ''अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं, मुहम्मद सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम, अल्लाह के रसूल हैं।’ गुजिशता साल एक और शाही फरमान के तहत 22 फरवरी को पहली मर्तबा सऊदी अरब का यौम तासीस (एनुअल डे) मनाया गया था। इस मर्तबा भी मुल्कभर में सालाना आम तातील (सार्वजनिक छुट्टी) और रंगा-रंग तकरीबात के साथ ये कौमी दिन मनाया गया। यौम तासीस की तारीख तीन सदीयां पहले की है, जब पहली सऊदी रियासत सन 1727 में इमाम मुहम्मद बिन सऊद की कियादत में कायम हुई थी।
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सनीचर, 4 मार्च 2023
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रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब हर साल 11 मार्च को ‘पर्चम’ का कौमी दिन मनाएगा। सऊदी पे्रस एजेंसी के मुताबिक ये फैसला शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज की जानिब से बुध को जारी करदा शाही फरमान के तहत किया गया है।
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file photo |
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