Top News

रमजान उल मुबारक : हरम मक्की में इबाद अल रहमान के लिए 40 मिलियन लीटर आब-ए-जमजम

23 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
जुमेरात, 16 मार्च 2023

रमजान उल मुबारक : हरम मक्की में 40 मिलियन लीटर आब-ए-जमजम

रियाद : आईएनएस, इंडिया 

अल मस्जिद उल हराम और मस्जिद नबवी (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) के उमूर की जनरल पे्रजीडेंसी ने माह मुकद्दस रमजान उल-मुबारक के दौरान दोनों मुकद्दस तरीन मसाजिद के जाइरीन के लिए 40 मिलियन लीटर जमजम का पानी तकसीम करने के लिए 20 हजार मुकामात को मुखतस (आवंटित) कर दिया है। 
इस इंतेजाम में बैन-उल-अकवामी मेयार को मद्द-ए-नजर रखते हुए पाकीजगी और सफाई को यकीनी बनाने के लिए जदीद तरीन मेकानिजम और टेक्नोलोजी का इस्तिमाल किया गया है। पानी की फराहमी में जाइरीन की सहूलत को भी मद्द-ए-नजर रखा गया है। अल मस्जिद उल हराम में आब-ए-जमजम तकसीम करने के शोबा के डायरेक्टर अब्दुर्रहमान अल जहरानी ने बताया कि इंतेजामिया ने बाबरकत पानी के 30 हजार कंटेनर तैयार कर पूरी मस्जिद में तकसीम कर दिए हैं। अंदरूनी और बैरूनी हिस्सों में मार्बल की पानी की सबीलें अलग से मौजूद हैं। 
रमजान उल मुबारक : हरम मक्की में 40 मिलियन लीटर आब-ए-जमजम
    एक रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद हराम में इन सबीलों की तादाद 155 है। अब्दुर्रहमान अल जहरानी ने बताया कि इदारा ने रोबोट टेक्नोलोजी के जरीये जमजम का पानी फराहम कर एक बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। पानी पिलाने के लिए 80 स्मार्ट गाड़ीयों का इंतिजाम किया गया है। दूसरी तरफ मस्जिद नबवी में रमजान उल-मुबारक में लोगों की बड़ी तादाद का अहाता करने के लिए जमजम के पानी की बोतलें फराहम करने के लिए मुख़्तलिफ इकदामात किए गए हैं।
    इस मंसूबे में जनाजे के मुकामात, मुकब्बिर की जगह, माजूर अफराद के मुकामात, मर्दो खवातीन के हालों का अहाता करते हुए मुकद्दस पानी भरने के 250 जखीरे फराहम किए जाएंगे। अल जहरानी ने कहा कि इंतिजामीया ने 24 घंटे के दौरान तमाम मुकामात पर फॉलो अप को मजबूत बनाने की कोशिश भी की है ताकि चलने के मुकामात और दीगर जगहों पर तमाम जरूरीयात की हिफाजत और कवरेज को यकीनी बनाया जा सके।

12 हजार किलो सहराई फल ‘फुका’ की खेप वापस भेजी गई

सऊदी फूड एंड ड्रग अथार्टी ने फुका नामी सहराई फल की बड़ी खेप को मुल्क में दाखिल होने से रोक दिया है। तफसीलात के मुताबिक खेप अल हदेसा सरहदी चौकी के जरीया दाखिल हो रही थी जिसमें 12 हजार 238 किलो फुका फल था। ख़्याल रहे कि सहरा में खुद पैदा होने वाला फल अलफुका एक तरह से मौसमी जंगली खम्बी है जिसे सऊदी अरब में मौसम-ए-सरमा में शौक से खाया जाता है। ये फल बारिश के बाद जमीन के सैराब हो जाने पर जमीन से पैदा होता है और मुकामी लोग उसे सुब्ह-सवेरे तलाश करने निकलते हैं। 
फूड एंड ड्रग अथार्टी ने कहा है कि इबतिदाई तफतीश से मालूम हुआ है कि अल हदेसा सरहदी चौकी पर पहुंचने वाली खेप में ताफ़्फुन है। लेबोरेटरी टैस्ट के बाद मालूम हुआ कि ये इस्तिमाल के काबिल नहीं रही, इसमें कीड़े मार दवा के आसार भी मिले हैं। फूड एंड ड्रग अथार्टी ने खेप वापिस करते हुए मुकामी ताजिर के खिलाफ कार्रवाई की है। 

nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav

Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने