23 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
जुमेरात, 16 मार्च 2023
रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी अरब के मर्कजी बैंक (सामा) ने माह रमजान में बैंकों के औकात-ए-कार में कमी और तातीलात की तारीखों का ऐलान किया है। रमजान उल-मुबारक का आगाज हर साल इस्लामी कैलिंडर की बुनियाद पर तबदील होता है, जो 12 कमरी महीनों पर मुश्तमिल है। इसमें मजमूई तौर पर 354 या 355 दिन होते हैं। इसकी वजह से ग्रेगोरी कैलिंडर में हर साल माह-ए-सय्याम 10 दिन पहले मुंतकिल हो जाता है। इस साल का आगाज 22 या 23 मार्च को मुतवक़्के है और ये 21 अप्रैल तक जारी रहेगा। ताहम, नए हिलाल के चांद की रवीत की बुनियाद पर तारीखें मुख़्तलिफ हो सकती हैं जो शवाल के महीने की आमद की निशानदेही करती हैं। रमजान इस्लामी कैलिंडर का नवां महीना है और उसे रोजे, रुहानी गौरव फिक्र, अकीदत और सदका-ओ-खैरात में इजाफे़ के वक़्त के तौर पर मनाया जाता है। सऊदी अरब में इस मुकद्दस महीने को मुख़्तलिफ रवायात और रसूम के साथ मनाया जाता है जिन पर मुस्लमानों के साथ-साथ गैर मुस्लिम भी अमल करते हैं, जो ममलकत में रहते हैं या आते हैं।
रमजान में हुकूमत के नाफिज-उल-अमल कवाइद की तामील की जाती है और मुस्लमान इस मुकद्दस महीने के दौरान रोजे रखते हैं। सामा के ऐलान के मुताबिक रमजान के महीने के दौरान में बैंक ब्रांचें और दफातिर सुबहा 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुलेंगे और मिनी ट्रांसफर सेंटर्ज सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक काम करेंगे। तातीलात के दौरान हवाई अड्डों और समुंद्री बंदरगाहों के हज टर्मीनलज के साथ-साथ मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा और सरहदी गुजरगाहों पर बैंकों और उनकी मौसमी शाखों के दफातिर हज और उमरा जाइरीन की खिदमत के लिए खुले रहेंगे।
जिन मुकामात पर तातीलात के मखसूस औकात के दौरान में काम के लिए हेड क्वार्टर खुला रखने की जरूरत होती है, वहां बैंकों की मुतअद्दिद शाखें और मुंतकली मराकज भी खुले रहेंगे। इस साल काम के औकात में कमी से बैंक मुलाजमीन रमजान के मुकद्दस महीने में अपने मजहबी फराइज अदा कर सकेंगे जबकि सारिफीन को जरूरी माली खिदमात मुहय्या करने का सिलसिला जारी रहेगी। जहां तक दीगर कारोबारी इदारों का ताल्लुक है, तवक़्को है कि उनके काम के औकात कम करके पाँच घंटे कर दिए जाएंगे। उनके औकात-ए-कार सुबह 10 बजे से सहि पहर 3 बजे तक होगा, जैसा कि इन्सानी वसाइल की वजारत ने गुजिशता साल ऐलान किया था।
रमजान का मुकद्दस महीना ईद-उल-फित्र के जश्न के साथ इखतताम पजीर होता है। ये रमजान की बरकतों के लिए खुशियों और शुक्रगुजारी का वक़्त है। ईद-उल-फित्र की तातीलात 17 अप्रैल से शुरू होंगी और 25 अप्रैल तक जारी रहेंगी। ईद-उल-अजहा कुर्बानी का तयोहार है, जो हजरत इबराहीम अलैहिस-सलाम की अपने बेटे को खुदा की इताअत के तौर पर कुर्बान करने की खाहिश की याद दिलाता है। ईद अलजहा पीर 22 जून को शुरू होगी और यक्म जुलाई तक जारी रहेगी।
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