केंद्र सरकार ने राज्यों को दी ‘फोर-टी’ पर तवज्जो देने की हिदायत दी
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडियाहिन्दोस्तान में कोरोना के केसेज एक बार फिर रफ़्तार पकड़ते दिखाई दे रहे हैं। इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च (आईसीआर) के डायरेक्टर जनरल डाक्टर राजीव बेहल और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सेक्रेटरी राजेश भूषण ने बढ़ते कोरोना केसेज के पेश-ए-नजर राज्यों को चिट्ठी लिख कर कुछ अहम हिदायात जारी की हैं।
खत में कहा गया है कि वो कोरोना वाइरस की जांच में तेजी लाएं और हालात पर कड़ी निगरानी रखें। दरअसल पिछले 24 घंटों में 1590 लोगों में कोरोना इन्फेक्शन की पुष्टि हुई है। इस दौरान 6 मरीजों की मौत भी हो गई। पिछले 146 दिनों में ये कोरोना के एक दिन में सबसे ज्यादा केस है। मंत्रालय के मुताबिक पिछले पांच हफ़्तों में मुल्क में इन्फेक्शन के मुआमलों में 9 गुना तक इजाफा हुआ है। इन्फेक्शन के बढ़ते खतरे को देखते हुए मंत्रालय ने सभी रियास्तों को मश्वरा दिया है कि वो कोविड से मुकाबले के लिए फोर-टी यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीकाकरण पर तवज्जा दें। गौरतलब है कि हिन्दोस्तान में ओमेक्रोन के एक्सबीबी सब वेरियंट को बढ़ते मामलों के लिए जिÞम्मेदार माना जा रहा है। इसके इन्फेक्शन की दर दूसरे वैरीएंटस के मुकाबले में ज्यादा है। इस नए वेरियंट की इम्यूनिटी को चकमा देने की सलाहीयत है जो उसे कई मामलों में चिंताजनक बनाती है।
आठ राज्यों में तेजी से सामने आ रहे मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य सेक्रेटरी राजेश भूषण ने मुल्क में कोरोना केसों की तादाद में कुछ बढ़ोतरी के बीच गुरुवार को पे्रस कान्फें्रस में जोर देकर कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ़्ते के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया में अब भी रोजाना 93977 केसेज सामने आ रहे हैं।अमरीका में 19 फीसद, रूस में 12.6 फीसद, चीन में 8.3 फीसद, जुनूबी कोरिया में 8 फीसद और इंडिया में 1 फीसद, केस रिपोर्ट हो रहे हैं। उन्होंने कोरोना केसेज का जिÞक्र करते हुए कहा कि दुनिया में छ: लहरें आ चुकी हैं और हमने खुद हिन्दोस्तान में तीन लहरें देखी हैं। मर्कजी सेक्रेटरी सेहत ने कहा कि हिन्दोस्तान में रोजाना औसतन 966 केसिज रिपोर्ट हो रहे हैं। फरवरी के दूसरे हफ़्ते में पाजीटिव केस 0.9 फीसद थी, जो अब कम होकर 1 फीसद हो गई है। फरवरी में टेस्ट की औसत तादाद 1 लाख थी। जिसमें बाद में कमी आई। अब रोजाना 1 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, केराला, कर्नाटक, तामिलनाडू, दिल्ली, हिमाचल और राजिस्थान 8 रियास्तों में सबसे ज्यादा केसेज दर्ज कर रहे हैं। इन रियास्तों को हिदायात दी गई कि क्या किया जाए। जहां ज्यादा केसिज हैं, वहां टेस्ट ज्यादा हैं, उस वक़्त मुल्क में सिर्फ ओमेक्रोन वेरियंट की मौजूदगी है। बूस्टर डोज के बारे में उन्होंने कहा कि सिर्फ 27 फीसद लोगों ने बूस्टर डोज ली है, इसमें इजाफा की जरूरत है।