7 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमेरात, 30 मार्च, 2023
काबुल : आईएनएस, इंडिया
अफ़्गानिस्तान में बच्चियों को मुफ़्त तालीम देने वाले समाजी कारकुन को तालिबान ने हिरासत में ले लिया है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक अफ़्गानिस्तान में अकवाम-ए-मुत्तहिदा के मिशन ने ट्वीट में तसदीक की कि पेनपाथ के सरबराह और बच्चियों की तालीम के हिमायती मतीअ अल्लाह को पीर के रोज काबुल से गिरफ़्तार किया गया है।
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file photo |
अफ़्गानिस्तान दुनिया का वाहिद मुल्क है, जहां हुकूमत ने लड़कियों की तालीम पर पाबंदी आइद कर रखी है। समाजी कारकुन मतीअ अल्लाह के भाई समीअ अल्लाह ने तसदीक करते हुए बताया कि पीर की शाम मस्जिद के बाहर से उन्हें उठाया गया था। समीअ अल्लाह ने बताया कि मतीअ अलाह नमाज खत्म कर के मस्जिद से बाहर निकले थे, कि दो गाड़ियों में सवार अफराद ने उन्हें रोका। मतीअ अल्लाह ने जब शिनाख़्त जाहिर करने का कहा तो उन्हें मारा पीटा और जबरदस्ती साथ ले गए। मतीअ अल्लाह की तंजीम पेनपाथ देही इलाकों में किताबें तकसीम करती है और गांव के बुजुर्गों से बातचीत कर उन्हें बच्चियों की तालीम की एहमीयत से आगाह करती है।
तालिबान की जानिब से बच्चियों के सेकण्डरी स्कूल बंद होने के बाद मतीअ अल्लाह दूर दराज इलाकों में जा कर तालीम की बहाली की मुहिम चलाते रहे हैं। गुजिशता हफ़्ते मतीअ अल्लाह ने ट्वीट में कहा था हम लड़कियों के स्कूल खुलने में घंटे, मिनट और सेकण्ड गिन रहे हैं। स्कूलों की बंदिश से नाकाबिल तरदीद और नाकाबिल तलाफी नुक़्सान हुआ है। हमने मुकामी अफराद से मुलाकातें की हैं और अगर स्कूल बंद रहे तो हम अपना एहतिजाज जारी रखेंगे। लड़कियों के सेकण्डरी स्कूल बंद करने के बाद तालिबान ने यूनीवर्सिटी की तालीम पर भी पाबंदी आइद कर दी थी। आलमी तन्जीमों और दीगर ममालिक की जानिब से तन्कीद के जवाब में तालिबान ने यकीन दहानी करवाई थी कि हालात साजगार होने के बाद तालीमी इदारे बहाल कर दिए जाएंगे।