इम्तेहान और दीगर मराहिल में कामयाबी के लिए दुआ
اَللّٰھُمَّ صَلِّ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓی اٰلِ مُحَمَّدٍ کَمَا صَلَّیْتَ عَلٰٓی اِبْرَاھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرَاھِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَّجِیْدٌ اَللّٰھُمَّ بَارِکْ عَلٰی مُحَمَّدٍ وَّعَلٰٓی اٰلِ مُحَمَّدٍ کَمَا بَارَکْتَ عَلٰٓی اِبْرَاھِیْمَ وَعَلٰٓی اٰلِ اِبْرَاھِیْمَ اِنَّکَ حَمِیْدٌ مَّجِیْدٌज़िंदगी और मौत की दुआ
اللَّهُمَّ أَحْيِنِي مَا كَانَتِ الْحَيَاةُ خَيْرٌ لِي وَتَوَفَّنِي إِذَا كَانَتِ الْوَفَاةُ خَيْرَاً لِيए अल्लाह जब तक मेरे लिए ज़िंदगी बेहतर है मुझे ज़िंदा रखियो और जब मेरे लिए मौत बेहतर हो तो मुझे उठा लीजियो
हुस्न-ए-ख़ातमा की दुआ
اَللّٰہُمَّ لَقِّنِیْ حُجَّةَالْاِیْمَانِ عِنْدَ الْمَمَاتِ ۔ए अल्लाह !मुझे मौत के वक़्त ईमान की हुज्जत विदलील नसीब फ़र्मा।ताज़ियत की दुआ
ए हमारे अल्लाह मुहम्मद ﷺ और ऑल-ए-मुहम्मद पर रहमत भेज। जिस तरह तू ने इबराहीम और ऑल इबराहीम पर रहमत भेजी थी। बे-शक तो तारीफ़ किया गया पाक है। ए हमारे अल्लाह मुहम्मद ﷺ और ऑल मुहम्मद पर बरकतें भेज। जिस तरह तू ने इबराहीम और ऑल इबराहीम पर बरकतें भेजी थीं। बे-शक तो तारीफ़ किया गया पाक है ! - पेशकश : मोहम्मद शमीम, रायपुर