चीनी साईंसदानों ने क्लोनिंग के जरीये बनाई 18 टन दूध देने वाली ‘सुपर गाय’
बीजिंग : आईएनएस, इंडियाचीन के जीव विज्ञान के एक्सपर्ट ने पहली बार बड़ी मात्रा में दूध पैदा करने करने वाली होलस्टेन गाय की क्लोनिंग की है, जो सालाना 18 टन दूध दे सकती है।
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उन्होंने आगे कहा कि हम दो से तीन साल के अर्से में 1,000 से ज्यादा सुपर गाय पैदा करने का इरादा रखते हैं, जो जानवरों की अन्य मुल्कों से सप्लाई पर हमारी निर्भरता को हल करने में मददगार साबित होगा। बताया जाता है कि चीनी साईंसदानों ने हाल के सालों में खासतौर पर खिंजीर, घोड़े, बिल्लियों, कुत्तों और दीगर जानवरों की क्लोनिंग के कई कामयाब तजुर्बे किए हैं।
आक्टोपस से इंस्पायर होकर चीनी साइंटिस्ट्स ने बनाई रंग बदलने वाली मशीन
शंघाई : चीन के रोबोटस बनाने वाले एक्सपर्ट के एक ग्रुप ने एक छोटी मशीन तैयार की है जो आॅक्टोपस की नकल कर सकती है, और रसायनिक बदलाव के चलते अपने आप रंग बदलती है।कुदरती दुनिया में रसायनिक इशारे के रद्द-ए-अमल में रोशनी का उत्सर्जन होता है, इसकी मिसाल सेफालोपोडस है, जो शिकारियों से बचने के लिए रंग बदलते हैं। हाल ही में साईंस रोबोटिक्स नामी पर्चे में प्रकाशित होने वाली एक शोध के मुताबिक शंघाई की जियातोंग यूनीवर्सिटी के साईंसदानों ने इस किस्म के रसायनिक तौर पर रद्द-ए-अमल देने वाली रोशनी को डीएनए नेनो मशीन में शामिल करने के लिए काम किया। मशीन ने अपने प्रकोष्ठ के अंदर तेजाबीयत की तब्दीलियों के रद्दे अमल में रोशनी बनाई। लेबोरेटरी के अंदर अंजाम दिए गए इन तजुर्बात के दौरान नैनो स्केल मशीन ने प्रकोष्ठ की झिल्ली के जरीये चीजों के जज्ब करने और उत्सर्जन करने की शिनाख़्त की और इसकी मात्रा दुरुस्त की।
इस शोध के मुताबिक उसके बाद ये पीएच के विभिन्न हालत के रद्द-ए-अमल में अपने तरीके से शक्ल बदल सकता है जिसके नतीजे में रोशनी के रंग जाहिर होते हैं। शोध के मुताबिक ये नया डिजाइन जिंदगी के प्रबंध और उनके मुआमलात का अध्ययन करने के लिए रोबोट के इस्तिमाल के बारे में समझ बूझ पेश करता है।
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