लंदन : आईएनएस, इंडिया File Photo ईरान की शतरंज की
बैन-उल-अकवामी खातून खिलाड़ी को धमकी
ईरान की शतरंज की बैन-उल-अकवामी खातून खिलाड़ी धमकी मिलने के बाद मंगल को स्पेन पहुंच गई हैं। उनके करीबी जराइआ का कहना है कि कजाकस्तान में शतरंज के आलमी मुकाबले में बगैर हिजाब के शिरकत पर उन्हें वतन वापिस ना आने का कहा जा रहा था। सारा खादिम की उम्र 25 बरस है और उन्होंने गुजिशता हफ़्ते शतरंज के बैन-उल-अकवामी मुकाबलों में हिजाब पहने बगैर ईरान की नुमाइंदगी की थी।
ईरान में खवातीन के लिबास के सख़्त उसूलों के तहत मुकम्मल हिजाब लाजिम है। खबररसां इदारे राइटर्ज के मुताबिक सारा खादिम के करीबी जराइआ ने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर बताया है कि ईरान की शतरंज की इस नौजवान खिलाड़ी को आलमी मुकाबलों में शरीक होने के बाद उन्हें नामालूम नंबरों से मुतअद्दिद टेलीफोन काल्ज मौसूल हुईं कि वो ईरान वापिस ना आएं। रिपोर्ट के मुताबिक बाअज टेलीफोन काल्ज में सारा को यकीन दहानी कराई गई कि वो वापिस आ जाएं, उनका मसला हल कर लिया जाएगा। राइटर्ज ने जराइआ के हवाले से बताया है कि सारा के वालदैन और दीगर रिश्तेदार ईरान में ही मुकीम हैं और उन्हें भी धमकीयां मिल रही हैं। अलबत्ता इस हवाले से मजीद तफसीलात फराहम नहीं की गईं। ईरान की वजारत-ए-खारिजा या दीगर हुक्काम की जानिब से सारा को मिलने वाली धमकीयों के इल्जामात पर कोई मौकिफ सामने नहीं आया। सारा के मंगल को स्पेन पहुंचने से कबल ही मुकामी जराइआ इबलाग में पहले ही ये खबरें आना शुरू हो गई थीं कि सारा खादिम स्पेन मुंतकिल हो रही हैं और वो वापिस ईरान नहीं जाएंगी।
ईरान में अखलाकी पुलिस की वापसी, लाजिÞमी पर्दे के पैगामात शेयर
तेहरान : ईरान की सड़कों पर अखलाकी पुलिस की वापसी की खबरें गर्दिश करने लगी है। इसी अस्ना में एक सीनीयर पुलिस अहलकार ने कार मालिकान के लिए लाजिÞमी हिजाब के मुताल्लिक टेक्स्ट पैगामात भी दुबारा गर्दिश में आने का पता दिया है।
खबररसां एजेंसी 'फारस' ने एक नामालूम पुलिस अफ़्सर के हवाले से इतवार के रोज बताया कि नजीर वन मंसूबे का नया मरहला पूरे ईरान में शुरू हो गया है। एजेंसी के मुताबिक इस प्लान में गाड़ियों के मालिकान को याद दहानी पर मुश्तमिल टेक्स्ट पैगामात भेजे जाएंगे जिनमें पर्दा करने की हिदायत दी जाएगी। 'ईरान इंटरनेशनल' के मुताबिक ये पेश-रफ़्त एक ऐसे वक़्त में सामने आई है, जब सोशल मीडीया पर रिपोर्टस तेहरान की गलियों में अखलाकी पुलिस की वापसी की निशानदेही कर रही है। ईरानी पब्लिक प्रासीक्यूटर मुहम्मद जाफर मुंनतजरी ने इससे कब्ल दावा किया था कि महसा अम्मीनी के कतल में किरदार अदा करने वाली अखलाकी पुलिस की सरगर्मी को मुअत्तल कर दिया गया है। उन्होंन े4 सितंबर 2022 को एक बयान में मजीद कहा था 'इरशाद गश्त' को अदलिया से अलग कर दिया गया है लेकिन एक सहाफी ने हफ़्ते की शाम को एक ट्वीट में लिखा कि आज रात मैंने जाती तौर पर देखा कि अखलाकी पुलिस ने एक नौजवान खातून को गिरफ़्तार किया। चूँकि पुलिस सुबह से चौक के इर्दगिर्द मौजूद है, इसलिए मैं तस्वीरें लेने से कासिर था। दीगर शहरों में भी खवातीन पर पर्दे की पाबंदी के हवाले से दबाव बढ़ गया है।
वाजेह हो कि गुजिशता 16 सितंबर को अखलाकी पुलिस के हाथों गिरफ़्तारी के बाद कुर्द खातून महसा अम्मीनी की हलाकत के पस-ए-मंजर में ईरान में अवामी एहितजाजी मुजाहिरे अब तक जारी हैं। इन मुजाहिरों में अवाम हुकूमत से जाती आजादियों पर पाबंदी खत्म करने और खवातीन के लिबास के सख़्त कवानीन को खत्म करने का मुतालिबा कर रहे हैं, मुजाहिरीन मआशी बोहरान (आर्थिक संकट) के बाइस भी हुकूमत के खिलाफ सड़कों पर मौजूद हैं। ईरानी हुकूमत की जानिब से उन मुजाहिरों को ब जोर ताकत कुचलने की कोशिश की जा रही है और इस दौरान 400 से जाइद अफराद हलाक हो चुके हैं।