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ऊर्जा संरक्षण की दिशा में उठाने होंगे ठोस कदम

ऊर्जा संरक्षण सप्ताह का समापन समारोह 

नई तहरीक : भिलाई

स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर बायोटेक्नोलॉजी एवं क्रेडा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सप्ताहभर हुई विविध प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह वर्षा बघेल, सहायक अभियंता क्रेडा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशेष अतिथि संजय कुमार मिश्रा, एनर्जी आॅडीटर एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला थीं। 

इस मौके पर डॉ. शिवानी शर्मा, विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी ने सप्ताहभर जारी विभिन्न कार्यक्रम के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए विजयी प्रतिभागियों के नाम की घोषणा की। मुख्य अतिथि वर्षा बघेल ने प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा, हार हो या जीत, आत्मविश्वास बनाए रखें तो जीत निश्चित है। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई वीडियो की सराहना करते हुए कहा, इस प्रकार के प्रयास से लोगों को ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रेरित करें। बढ़ती जनसंख्या एवं अर्थव्यवस्था के कारण ऊर्जा की मांग बढ़ती जा रही है। ऊर्जा का संरक्षण नहीं करते हैं, तो ऊर्जा संकट भयावह रुप ले लेगा। हमें अपने छोटे-छोटे प्रयास निजी वाहनों की बजाए सार्वजनिक वाहनों के प्रयोग से बिजली की बचत कर ऊर्जा बचाई जा सकती है। संजय मिश्रा ने ऊर्जा बचत को अपने स्वभाव में शामिल करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, वर्ष 2030 तक भारत कार्बन उत्सर्जन को शून्य प्रतिशत तक लाने के लिए प्रयासरत है।महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. दीपक शर्मा ने कार्यक्रम आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा, इस प्रकार के आयोजन से लोगों में जागरुकता आती है। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, हमें ऊर्जा संरक्षण के लिए भारत की समृद्ध संस्कृति से प्रेरणा लेनी चाहिए। 

आवश्यकता न हो तो बंद कर दें बिजली उपकरण

इस दौरान आयोजित वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता में शिल्पा यादव बायोटेक्नोलॉजी बीएससी तृतीय वर्ष ने बताया कि ऊर्जा संरक्षण के लिए जब तक जरुरत ना हो, पानी या इलेक्ट्रीसिटी का सीमित उपयोग करना चाहिए। सोलर पैनल हर घर में लगाना चाहिए। वहीं दीक्षा सेन, बीएससी तृतीय वर्ष बायोटेक्नोलॉजी ने कहा, बल्ब, पंखे, टीवी की आवश्यकता नहीं होने पर उन्हें बंद कर देना चाहिए। प्रियंका साहू ने आधुनिक मोधेरा गांव के बारे में जानकारी दी। प्रियंका ने बताया कि गुजरात स्थित मोधेरा गांव में लाखों सोलर पैनल लगाया गया है, जिसके कारण पूरे गांव में दिनभर बिजली रहती है। यह एक आत्मनिर्भर बिजली उत्पादन करने वाला गांव है। शिल्पा यादव ने वीडियो के माध्यम से अण्डा थोराई गांव के बारे में बताया कि किस तरह यह गांव ऊर्जा के गैर परंपरागत साधनों का विकास करते हुए आदर्श एवं आधुनिक ग्राम बना। 

विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया

विद्यार्थियों को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से सप्ताह भर जारी विविध प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। इनमें साक्षी उमेश कुमार एवं दीक्षा सेन, अंश शर्मा, शिल्पा यादव एवं प्रियंका साहू, दीपांशु चंद्राकर, पूर्णिमा सहारे, अंकिता राय एवं मिलन साहू, अद्विती सोनी, पीएम डेजी, एलेन थॉमस एवं आस्था मंडावी, स्नेहा अनसने, के हेमा, अद्विती सोनी, एलेन थॉमस, रितिका ताम्रकार, नेहा एवं सोनिया जसवाल, कृति गुप्ता शामिल हैं। 

मंच संचालन अपूर्वा शर्मा सहायक प्राध्यापक बायोटेक विभाग ने व धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिवानी शर्मा कार्यक्रम प्रभारी व विभागाध्यक्ष बायोटेक ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक संजना सोलेमान ने किया। 


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